: श्री श्री लोक संकट मोचक हनुमान मंदिर साकची कालीमाटी रोड की अहम बैठक भाजमो जमशेदपुर महानगर जिला कार्यालय में आयोजित की गई. बैठक में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय उपस्थित हुए. सरयू राय ने कहा मंदिर निर्माण साकची बाजार के स्थानीय लोग करेंगे भाजमो की पुरी टीम साकची को समर्थन करेगी. जिला प्रशासन से वार्ता कर मंदिर में लागू निषेधाज्ञा 144 को हटाने की पहल करेंगे.
जमशेदपुर।
झारखंड के जमशेदपुर के साकची बसंत सिनेमा के पास स्थित श्री श्री लोक संकट मोचक हनुमान मंदिर साकची कालीमाटी की अहम बैठक आज मंदिर के मुख्य संरक्षक सह विधायक सरयू राय की उपस्थिति में भाजमो जिला कार्यालय में आयोजित हुई. बैठक में भाजमो जमशेदपुर महानगर के तमाम ज़िला पदाधिकारी, मोर्चा अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष उपस्थित हुए. बैठक की अध्यक्षता श्री श्री लोकसंकट मंदिर के अध्यक्ष जोगिंद्र सिंह जोगी ने की और बैठक का संचालन भाजमो के जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने किया. श्री श्रीवास्तव ने मंदिर निर्माण में जानबूझ कर उतपन्न किए जा रहे विवाद का कार्यकर्ताओं एवं मंदिर समिति के सदस्यो को विस्तारपूर्वक बताया . श्री श्रीवास्तव ने कहा की मंदिर की जमीन पर इन भू माफियाओं की टेरी नजर है और जमीन हथियाना ही इनकी एकमात्र मकसद है जबसे मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है ये लोग बाजार में लोगों से इँट, बालू, गीटी के नाम पर अवैध वसूली में लगे. एक माह से अधिक समय से मंदिर के समक्ष बाजार के बीच चौराहे पर अवैध जमावड़ा लगाकर क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने की साजिश रच रहे हैं. कार्यकर्ताओं को साकची बाजार के मंदिर निर्माण समिति के सदस्यो का पुरा समर्थन करना है और शांतिपूर्ण तरीके से मंदिर निर्माण में भूमिका निभाएँ. मुख्य वक्ता सरयू राय ने मंदिर निर्माण में उनकी अपने विगत कुछ दिनों तक मंदिर समिति के लोगों से हुई चर्चा को विस्तारपूर्वक सबको बताया. उन्होंने बताया की कुछ हफ्ते पहले दो लोग चिंटु सिंह एवं हरिष राय उनके कार्यालय में मंदिर निर्माण के संदर्भ में उनसे चर्चा के लिए उनसे मिले. उन्होंने स्वयं प्रस्ताव रखा की मंदिर की समिति का अध्यक्ष केशधारी सिख को बनाया जाए और स्थानीय निवासी जोगिंद्र सिंह जोगी ही मंदिर का अध्यक्ष रहें. यह मंदिर हिंदु और सिख की एकता का मिसाल बने. किंतु कुछ दिन बाद कुछ अनैतिक लोगों ने मंदिर समिति में हस्तक्षेप शुरू किया और जोगिंद्र सिंह जोगी के नाम पर आपत्ति जताने लगे. उन्होंने कहा की गड़बड़ी लग रही है. इन लोगो का इरादा कुछ और है. मंदिर सभी मिलकर बनाएंगे लेकिन जिनका इरादा गलत है उनके मनसूबे पुरे नहीं होंगे. मंदिर में आरती आयोजित हुई. आरती में अवरूद्ध करने का प्रयास किया. उनहोंने मंदिर समिति के लोगों पर हमला करने का प्रयास किया. किंतु महिलाओं ने उनका डट के मुकाबला किया. तब उनलोगों यह आभास हुआ की
ये लोग हम लोगों को छोड़ेंगे नहीं. श्री राय ने बताया कि राहुल गोस्वामी कांग्रेस साकची मंडल अध्यक्ष ने उनसे मुलाकात की और कहा की सुरेन्द्र शर्मा मंदिर बनाना चाहते हैं और आपसे मिलना चाहते हैं. कांग्रेस के
राकेश साहू ने भी दूरभाष पर बात कर मंदिर निर्माण के लिए मिलने कि बात कही. तत्पश्चात कांग्रेस जिलाअध्यक्ष विजय खान से बात हुई. भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्ररीत सिंह काले के साथ उनके आवास पर बैठक हुई.
.सभी ने एक सहमती से कहा की आपको मंदिर समिति का संरक्षक मानने को तैयार है. मैंने उनके समक्ष संरक्षक बनने के लिए कुछ शर्त रखी. मंदिर समाज का होगा और मंदिर का समाजिक दाईतव होगा,मंदिर की देखभाल अच्छे से करनी होगी,चढावा के लिए बैंक एकाउंट होना चाहिए, समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के कल्याण के लिए मंदिर फंड का उपयोग होने चाहिए. पटना स्टेशन के निकट के मंदिर के तर्ज पर मंदिर समिति संचालित होनी चाहिए. वहां की तरह ही मंदिर में आने वाले चढावे के सहयोग से कैंसर हास्पीटल और स्कूल बनाया जाए. विजय खान ने कहा कमिटी 5 लोग की बना दि जाए. सुरेन्द्र शर्मा सहित अन्य दो लोग उनके ओर से नाम प्रस्तावित किया गया. विजय खान से बात हो गई और सहमती बन गई. लेकिन दुर्भाग्य की बात है की दुसरे ही दिन उनपर बहारी दबाव पड़ा. 24 तारिख को उनहोंने दूरभाष पर बताया की मंदिर पास बुला रहै और मंदिर के दृश्य में क्या हुआ और किसने आकर किस तरह चुनौती देते हुए उकसावे वाली बात कही यह सब जानते हैं. महिलाओं के बारे में कहा की महिलाएँ आती है लिपट जाती है. 4-5 केस में मंत्री बन्ना गुप्ता ने बचाया. इनके बयान से साफ है इनके क्या संबंध है . पूर्व मुख्यमंत्री, वर्तमान मंत्री एवं प्रशासन का त्रिकोण है. जिसको चाहे फँसा और जिसको चाहे बचा ले. बर्मामांइस की मंदिर में भी कब्जा किया. 25 लाख रूपये के मंदिर फंड की हेराफेरी की. शहर में और कई जगह एसा है जहाँ इन्होंने कब्जा किया है. हमारे कार्यालय के पड़ोस मे सटे हुए मंदिर जहाँ स्थानीय निवासी जोगिंद्र सिंह जोगी ने निर्माण की पहल की. मंदिर निर्माण के लिए अपने कार्यालय से बिजली पानी सहित अन्य सुविधाएँ दी. लेकिन योजनाबद्ध तरीके से शहर के असामाजिक तत्वों ने मंदिर के आस पास की जमीन पर कब्जा करना चाहा . चौराहे पर रोजाना नए नए लोगों को बुलाकर भाषण दिया. माहौल बिगाड़ने का भरसक प्रयास किया. श्री राय ने कहा की हम लोग बात करेंगे. प्रशासन से 144 धारा को निरस्त करने की मांग करेंगे. राजस्थान में किशनगढ़ में संगमरमर की मूर्ति के लिए बात हुई है. पंचमुखी हनुमान मंदिर में सारे मंत्र तांत्रिक है जिसने पंचमुखी हनुमान मंदिर का विशेष रूप है सार्वजनिक रूप से कोई पुजा करेगा तो विधि के अनुसार उसका नुकसान हो सकता है. लोकसंकट नामकरण का एक उद्देश्य है की मंदिर सभी लोगों का समान है ना की व्यक्ति विशेष का और आम जनता के ऊपर रदि कोई संकट आएगा तो हनुमान जी दुर करेंगे. श्री राय ने कहा की मंदिर में हनुमान की वरदान मुद्रा की मूर्ति बैठेगी.
कुछ नेताओं ने आकर बयान दिया की उन्हें मंत्री बन्ना गुप्ता ने केस से मुक्त कराया है. उनकी बात से प्रतीत होता है की जैसे उनके लिए संकट मोचन हनुमान जी की जगह बन्ना गुप्ता हैं. कांग्रेस जिलाअध्यक्ष की नैतिक जिम्मेदारी थी की उनके घर की में बैठके जो तय हुआ है उसे लागू कराएं. आज के दौर में हिंदुत्व को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपने पुस्तक में हिंदुत्व को बोखो हराम और आईएसआई के बराबर बताया. हमें यह समझना होगा की जय श्री राम, जय बजरंगबली का नारा का दुरुपयोग ना हो. सच्चे हिंदुत्व, शास्त्रीय हिंदु जैन,सिख सभी को लेकर चलते हैं. यहाँ जो मंदिर बनाएँगे वह समाजिक होगा. हम लोगों की मंशा शांत है. साकची बाजार की गरिमा को बनाये रखना है.समाजिक सरोकार रहना चाहिए;भरोसा रहना चाहिए. भगवान अपने भीतर है, पहले अपने उपर विश्वास रखे. मंदिर समिति निर्माण के लिए रोज नया नाम लाया जा रहा है. इसमें कल भी एक व्यक्ति जुट गए है. ये लोग एक मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना चाहते हैं. बाजार के लोग आगे रहे और हम उनका समर्थन में हैं . हम यह चाहते हैं कि मंदिर आध्यात्मिक स्थल बने. सभी श्रेष्ठ विचारों से पुजा अर्चना करें . रास्ते में कई कठिनाइयों आएगी . हमारा भरोसा जमशेदपुर की जनता के उपर है चुनाव जमशेदपुर की जनता ने जीताया है और मंदिर का फैसला भी जमशेदपुर की जनता ही करेगी.
जनता सही फ़ैसला करेगी. साकची के लोगों की सार्वजनिक सभा बुलाकर अपने निर्णय से संतुष्ट करा लेंगे. इस बैठक में मुख्य रूप से मंदिर समिति के राजू मारवाह, भाजमो केंद्रीय महासचिव संजीव आचार्या, भाजमो पूर्वी विधानसभा संयोजक अजय सिन्हा, महामंत्री कुलविंदर सिंह पन्नु, उपाध्यक्ष वंदना नामता, मंत्री राजेश कुमार झा, विकास गुप्ता, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद, विधायक प्रतिनिधि (व्यवसायि मामलों) आकाश शाह, युवा मोर्चा अध्यक्ष अमित शर्मा, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष प्रकाश कोया, विद्युत प्रतिनिधि विजय राव, जनसुविधा प्रतिनिधि हरेराम सिंह, जनकल्याण प्रतिनिधि मिष्टु सोना, उद्योग प्रतिनिधि इंद्रजीत सिंह, आइटी कोषांग प्रतिनिधि विकास सिंह, पेयजल सहप्रभारी शंकर कर्मकार, उलीडीह मंडल अध्यक्ष प्रवीण सिंह, मानगो मंडल अध्यक्ष कन्हैया ओझा, साकची पश्चिम अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह, बारीडीह मंडल अध्यक्ष विजय नारायण सिंह, बरमामाईंस मंडल अध्यक्ष नागेंद्र सिंह, गोलमुरी मंडल अध्यक्ष कैलाश झा, टेलको मंडल अध्यक्ष महेश तिवारी, लक्षमीनगर मंडल अध्यक्ष बिनोद राय, सीतारामडेरा मंडल अध्यक्ष बिनोद यादव, साकची मंडल महामंत्री अमन सिंह, कदमा मंडल अध्यक्ष तिलेश्वर प्रजापति, पुतुल सिंह, काकोली मुखर्जी, किरण सिंह, शक्ति सिंह, अमरेश कुमार, दुर्गा राव, शंभु पांडेय, असीम पाठक, विकास कामंत, किशोर सिंह, चंदन सिंह, दीपक कुमार, मुकेश कुमार, मिठ्ठू सरकार, मनिष कुमार, गौतम धर, राजेश कुमार, संतोष रजक, मनजोत सिंह, मार्टिन लैजर्स, सौरभ सिंह, अवधेश कुमार, श्याम महानंद, सुमित शर्मा, अभिजित सेनापति, उत्तम कुमार, दीलीप नायक, त्रिलोचन सिंह, हितेश कुमार, इंदु शेखर सिंह, अर्जुन शर्मा, विनोद कुमार, शिव कुमार, राकेश कुमार सहीत अन्य उपस्थित थे.
