जमशेदपुर।
आज टाटानगर रेलवे स्टेशन का वातावरण पूरी तरह से धार्मिक श्रद्धा और उत्साह से सराबोर दिखाई दिया। शिरोमणि शहीद बाबा जीवन सिंह के प्रकाश दिहाड़े के अवसर पर आयोजित होने वाले नगर कीर्तन में शामिल होने के लिए जमशेदपुर से बड़ी संख्या में सिख संगत अमृतसर रवाना हुई। रंगरेटा महासभा के बैनर तले हर साल की तरह इस वर्ष भी श्रद्धालु जलियांवाला बाग ट्रेन से स्वर्ण मंदिर (अमृतसर) के लिए प्रस्थान किए।
टाटानगर के प्लेटफार्म नंबर-1 पर ‘वाहेगुरु सतनाम’ का जाप और “बोले सोनेहाल, सत श्री अकाल” के गगनभेदी जयकारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग बड़ी संख्या में मौजूद थे। इस मौके पर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था।
रंगरेटा महासभा की ओर से सभी श्रद्धालुओं को सरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया। वहीं बाहर से आए विशेष मेहमानों को भी शाल ओढ़ाकर सत्कार किया गया। ट्रेन को विदा करने के लिए बड़ी संख्या में समाज के बुद्धिजीवी और गणमान्य लोग स्टेशन पहुंचे।
कार्यक्रम में विशेष तौर पर झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, साक्षी गुरुद्वारा के प्रधान निशांत सिंह, रिफ्यूजी कॉलोनी गुरुद्वारा के प्रधान राजू सिंह, चेयरमैन हरविंदर सिंह मंडी, बिरसानगर गुरुद्वारा के प्रधान परमजीत सिंह रोशन, नर्मदा बस्ती गुरुद्वारा के प्रधान दलजीत सिंह मौजूद रहे।
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा, अपा राव, अर्जुन सिंह वालिया, गुरदयाल सिंह, नामदा बस्ती की स्त्री सभा, नौजवान सभा, बिरसानगर टूइला-दुगरी स्त्री सभा के प्रतिनिधि तथा परमजीत सिंह, बंटी सिंह, करतार सिंह, राजेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में सिख संगत शामिल हुई।
READ MORE :JAMSHEDPUR NEWS :जमशेदपुर आने पर पूर्व राज्यपाल रघुवर दास का किया स्वागत रंगरेटा महासभा
श्रद्धालुओं ने बताया कि यह वार्षिक यात्रा केवल धार्मिक महत्व ही नहीं रखती, बल्कि आपसी भाईचारे और एकता का प्रतीक भी है। अमृतसर पहुंचने के बाद सिख संगत नगर कीर्तन में शामिल होकर बाबा जीवन सिंह जी के बलिदान और उनके उपदेशों को नमन करेगी।
ट्रेन रवाना होते समय श्रद्धालु एक-दूसरे से गले मिलकर “वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह” के नारे लगाते रहे। यह नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी स्टेशन पहुंचे और श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं।
इस प्रकार टाटानगर रेलवे स्टेशन सोमवार को आध्यात्मिकता, भक्ति और भाईचारे की अनूठी मिसाल बन गया।

