जमशेदपुर
को-ऑपरेटिव कॉलेज, जमशेदपुर के प्रांगण में शनिवार को विभिन्न छात्र संगठनों से जुड़े पूर्व छात्र नेताओं का मिलन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर कॉलेज जीवन की पुरानी यादें ताज़ा हुईं और वर्तमान छात्र राजनीति की स्थिति पर गंभीर चर्चा हुई।
कार्यक्रम में शामिल पूर्व छात्र नेताओं ने एकमत से यह स्वीकार किया कि आज के समय में छात्र राजनीति लगभग ठहराव की स्थिति में है। इसका प्रभाव यह हो रहा है कि कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की समस्याओं को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा, जिससे छात्रों को शिक्षा और मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
पूर्व छात्र नेताओं ने यह भी कहा कि अतीत में जिस तरह से छात्र संघों के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता और छात्र हितों की रक्षा होती थी, वह भावना अब कमजोर पड़ गई है। उन्होंने संकल्प लिया कि वे सभी, चाहे किसी भी छात्र संगठन से जुड़े रहे हों, कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ सहयोग कर विकास कार्यों में भागीदारी करेंगे।
पूर्व छात्र नेताओं ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में छात्र राजनीति को पुनर्जीवित किया जाएगा और संस्थानों में फिर से एक मजबूत, जवाबदेह छात्र प्रतिनिधित्व देखने को मिलेगा।
इस मिलन समारोह में विद्यार्थी परिषद, एनएसयूआई, संयुक्त छात्र संघ, और झारखंड छात्र मोर्चा जैसे प्रमुख छात्र संगठनों से जुड़े कई जाने-माने पूर्व छात्र नेता उपस्थित थे। इनमें प्रमुख नाम हैं —
डॉ. राकेश कुमार पाण्डेय, रविरंजन सिंह चंदेल, परविंदर सिंह, आशुतोष सिंह, सोनू सिंह, फिरोज खान, राजेश सिंह, आशुतोष पाण्डेय, गौतम दुबे, उमेश शुक्ला, प्रताप यादव, महिंदर यादव, सुरिंदर, रोशन सिंह, करण सिंह, महेश साहू, जावेद, और विद्यानंद।
सभी ने मिलकर यह निर्णय लिया कि भविष्य में समय-समय पर ऐसे संवाद और आयोजन होते रहेंगे ताकि छात्र हित, शिक्षा सुधार और राजनीतिक जागरूकता जैसे मुद्दों को मजबूती मिले।


