Jamshedpur News:100वें रैंकिंग पर पहुंचे एनआईटी की सुधरेगी रैंकिंग

सुधरेगा इंफ्रास्ट्रक्चर,लोकल इकोनाॅमी में होगा एनआईटी का महत्वपूर्ण रोल--नवनियुक्त चेयरमैन टी कृष्णा प्रसाद

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ANNI AMRITA

अन्नी अमृता

आदित्यपुर/जमशेदपुर

अगले पांच सालों में एनआईटी, जमशेदपुर अपनी रैंकिंग सुधारेगा जो अभी वर्तमान में 100 पर पहुंच गई है.उसके लिए जो पैरामीटर है उस पर काम होगा.इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया जाएगा.लोकल इकोनाॅमी में एन आईटी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.ये बातें एनआईटी के नवनियुक्त चेयरमैन रिटायर्ड आईपीएस टी.कृष्णा प्रसाद ने कही.वे आदित्यपुर स्थित एनआईटी जमशेदपुर में अपना योगदान देने के बाद मीडिया से रूबरू हुए और ये बातें कहीं.उन्होंने एनआईटी के विकास के लिए कई प्रकार की रुपरेखा और योजना की जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि रैंकिंग सुधारने के लिए महज बिल्डिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही नहीं संस्थान के आंतरिक शैक्षणिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देना है कि कितने पीएचडी धारक शिक्षक हैं और किन विषयों के पीएचडी धारक हैं.इसमें कोई कमी है तो यह घबराने का विषय नहीं है बल्कि अवसर देकर समृद्ध होना है.उन्होंने आशा जताई कि एक्सएल आरआई, एनएमएल जैसे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और टाटा समेत हजारों उद्योगों से घिरे एनआईटी के पास कोई वजह नहीं कि वह देश के टाॅप एनआईटी में अपनी रैंकिंग बनाए.

एनआईटी के चेयरमैन टी. कृष्णा प्रसाद ने कहा कि एनआईटी, जमशेदपुर स्थानीय इलाकों में अपने विजन से बदलाव ला सकता है.पीपीपी पार्टनरशिप में काम हो सकता है.तीन हजार एकड में स्पेशल इकोनॉमिक जोन बन सकता है अगर कोई योजनाबद्ध प्रोजेक्ट लाया जाए.इसमें एनआईटी बडा रोल कर सकता है.उन्होंने कहा कि टेक्नो इकोनोमिक फिजिबिलिटी के आधार पर ऐसा प्रोजेक्ट बने कि आगे चलकर कोई विवाद न हो तब इलाके की तस्वीर बदल सकती है.

—तेलंगाना के पूर्व डीजीपी हैं टी.कृष्णा प्रसाद , एनआईटी वारंगल से की है इंजीनियरिंग की पढाई

—- इंजीनियरिंग से एमबीए और फिर आईपीएस बनने की है दिलचस्प कहानी
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आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सरकार और प्रशासन के प्रतिनिधि के रुप में टी.कृष्णा प्रसाद ने बडे बडे प्रोजेक्ट में कार्य किया है और इंफ्रास्ट्रक्चर बढाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने एनआईटी वारंगल से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की और फिर आगे आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया.उसके बाद एडवर्टाइजिंग में काम किया.फिर पिता के याद दिलाने पर उन्होंने आईपीएस की तैयारी की और पहली ही बार में उत्तीर्ण कर लिया.वे 1986बैच के आईपीएस हैं.जमशेदपुर के पूर्व सांसद सह पूर्व एसपी डाॅ अजय कुमार उनके आईपीएस 86बैच के बैचमेट हैं.तेलंगाना के पूर्व डीजीपी टी.कृष्णा प्रसाद आंध्र कैडर के आईपीएस हैं जो पांच जिलों में बतौर एसपी और 8जिलों में बतौर डी आईजी अपनी सेवा दे चुके हैं. 2012में उनकी पहल पर ही आंध्रप्रदेश में ऑनलाइन FIR की सुविधा शुरु हुई. वे CID में भी काम कर चुके हैं.सी आईडी में काम करने के दौरान उन्होंने देशव्यापी चर्चित केस- पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेस के पेपर लीक कांड का उद्भेदन किया था.उन्होंने प्रशासन और सरकार के विभिन्न विभागों में कार्य करने के दौरान राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर बढाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

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