Jamshedpur News:इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काई के मौके पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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जमशेदपुर.

साफ-सुथरा, सुंदर दिखने वाले जमशेदपुर की हवा स्वच्छ और शुद्ध नहीं है. झारखंड के रांची, धनबाद के साथ जमशेदपुर की हवा में नैनो पाटिकल वाले प्रदूषण के कण है जो सांसो के माध्यम से हमारे शरीर को बीमार बना रहे हैं. देश के 131 शहरों की सूची में इस शहर की हवा को भी प्रदूषित पाया गया है. एक शोध और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार देश के 131 शहरों के साथ जमशेदपुर की हवा के प्रदूषित होने वाले स्थान, कारण, निवारण को लेकर काम कर रही है और इसमें आम लोगों की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक संस्थाओं की पहल की जा रही है. वहीं सामाजिक संस्था के माध्यम से इस मुहिम में युवा और स्कूली बच्चों को भी शामिल किया जा रहा है, ताकि वायु प्रदूषण और उसे रोकने के लिए घर घर तक जागरूकता अभियान को पहुंचाया जा सके. मालूम हो कि यह कार्यक्रम देश भर में असर संस्था विभिन्न अलग अलग संगठनों के साथ मिल कर कर रही है. झारखंड में यह क्लीन एयर झारखंड के नाम से मुहिम को शुरू किया गया है. स्वच्छ और शुद्ध वायु के लिए वर्ष 2019 में इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काई की शुरूआत की गयी थी और प्रत्येक 7 सितंबर को इस दिवस के बहाने स्वच्छ वायु की मुहिम को तेज करने की कोशिश की जा रही है.

वायु वीर कार्यक्रम का शुभारंभ, बच्चे करेंगे शहरवासियों को जागरूक

आज 7 सितंबर इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काई के मौके पर सोनारी स्थित आदर्श सेवा संस्थान परिसर में क्लीन एयर झारखंड, महिला कल्याण समिति और आदर्श सेवा संस्थान के द्वारा संयुक्त रूप से वायु वीर कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों व बड़ों ने गुब्बारा उड़ाकर किया.

प्रजेंटेशन के जरिए प्रदूषण की स्थिति और वायु वीर योजना को विस्तार से बताया
आदर्श सेवा संस्थान की अध्यक्ष डॉ निर्मला शुक्ला ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया की जमशेदपुर शहर भारत के प्रमुख औद्योगिक शहरों में से एक है, दिनों दिन बढ़ते प्रदूषण के कारण यह शहर देश के शीर्ष 50 प्रदूषित शहरों की श्रेणी में शामिल हो गया है जो चिंता का विषय है. उन्होंने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत रिपोर्ट, प्लानिंग को सभी के सामने रखा. बताया कि प्रदूषण को खत्म करने के लिए सबका सम्मलित प्रयास बेहद आवश्यक है. शहर के पहले और वर्तमान वायु की स्थिति और प्रदूषण के कारणों को समझाया. साथ ही उन्होंने बताया कि वायु वीर योजना क्या है. शहर के युवा और किशोराें को इसमें शामिल किया जाएगा. यह टीम शहर के लोगों को जागरूक करने के साथ विभिन्न क्षेत्रों में वायु प्रदूषण के कारणों को जांचने के लिए सांइटिफिक प्रयास करेंगे. इस मुहिम में शामिल होने वाले युवा और किशोर की शहर में एक अलग पहचान होगी जो वायु वीर के नाम से जाने जाएंगे.

प्रदूषण मापक यंत्र से कलेक्ट होगा डेटा

वायु वीर टीम को प्रदूषण मापक यंत्र दिया जाएगा. यह विशेष प्रकार का यंत्र (सेंसर) है जो एक पर्टिकुलर क्षेत्र के प्रदूषण को मापने के साथ उससे संबंधित जानकारी सीधे डेटा बैंक में भेज देगा. वायु प्रदूषण के कारणों को मैन्युअली देखने के साथ कंप्यूटर में पहुंचे डेटा के माध्यम से भी देखा जा सकेगा. उसके डेटा के माध्यम से पूरे शहर के अलग अलग समय, अवधि में आधार पर यह पता लगाया जा सकेगा कि उक्त क्षेत्र में कब सबसे अधिक वायु प्रदूषण रहता है, साथ किस कारण से वायु प्रदूषण है यह भी पता लगाया जाएगा.

मीडिया ओर सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाएगा जागरूक

डेटा कलेक्ट होने के बाद और उसका तकनीकी अध्ययन करने के बाद असर की टीम उससे संबंधित एक रिपोर्ट जारी करेगी, यह रिपोर्ट शहर के अखबरों में प्रकाशित की जाएगी. साथ सोशल मीडिया में भी पोस्ट किया जाएगा. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसकी जानकारी हो सके और वे जागरूकता की इस कड़ी से जुड़ सके.

सोम ने तैयार किया कॉमिक, गीत और नृत्य के माध्यम से वायु प्रदूषण के कारण और समस्या पर प्रस्तुति
कार्यक्रम में शहर के विभिन्न बस्तियों व आदर्श सेवा संस्था, महिला समिति से जुड़े युवा किशोर शामिल हुए. सभी ने वायु प्रदूषण के कारण, समस्या और निवारण पर अपनी प्रस्तुति दी. इसमें बर्मामाइंस बस्ती के बाल संगठन साथी सोम कंसारी ने एक कॉमिक्स भी प्रस्तुत किया. सोम ने कॉमिक में चित्र और एक टीचर व विद्यार्थी के संवाद के जरिए वायु प्रदूषण को विस्तृत रूप से सामने रखा. अतिथियों ने साेम के इस प्रयास की सराहना की. मौके पर लवली, लखी पात्रो, सरस्वती, मेघा, प्रिया, रिंकी समेत कई बच्चों ने अपने रचनात्मक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदूषण के मानव जीवन पर प्रभावों की तरफ लोगों का ध्यान खींचा.
कार्यक्रम प्रभा जायसवाल, लखी दास, अल्पना, वर्णाली चक्रवर्ती, अंजली बोस, रविंद्र नाथ चौबे, चंदन जायसवाल, तरूण कुमार व विकास कुमार श्रीवास्तव व अन्य अतिथि मौजूद रहे. मौके पर शहर के विभिन्न स्लम बस्तियों के सैकड़ों बच्चे व सामाजिक संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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