जमशेदपुर।
महालक्ष्मी मंदिर में श्रीमद्भभागवत पुस्तिका का पूजन हुआ. फिर पुरुष यजमानों ने माथे पर पोथी धारण की एवं महिलाओं ने कलश उठाया. सभी यजमान जोड़े में शोभायात्रा में शामिल होकर धालभूम क्लब ग्राउंड पहुंचे. यात्रा आगे आगे पंडितों ने ध्वज ले रखे थे. वहीं कथा वाचक बाँकेबिहारी जी गोस्वामी रथ पर विराजमान थे.
मथुरा वृंदावन से पधारे 108 पंडितों ने आरंभ किया भागवत का मूल पाठ
धालभूम ग्राउंड पहुंच कर यजमानों ने मथुरा वृंदावन से पधारे 108 पंडितों का वरण किया एवं उन्हें श्रीमद्भभागवत बांचने का संकल्प दिया. उसके बाद आज से पंडितों ने भागवत का मूल पाठ आरंभ किया.
श्रीमद भागवत कथा का पहला दिन
पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मलेन के तत्वाधान में आयोजित कथा सप्ताह में भागवत मर्मज्ञ आचार्य बांके बिहारी गोस्वामी जी ने भागवत कथा प्रारंभ की. कथा के पहले दिन उन्होंने शुकदेव जी का चरित्र और भागवत जी की महिमा बतलाई. श्रीमद भागवत जी हर मनुष्य के लिए अनुकरणीय और प्रासंगिक है, इसपर प्रकाश डालते हुए पूज्य गोस्वामी जी महाराज ने बतलाया कि श्रीमद भागवत की कथा मनुष्य को ईश्वर के साथ जोड़ देती है. भगवान की भक्ति से मनुष्य अपने पापों से मुक्त हो जाता है. देवर्षी नारद द्वारा गंगाजी के तट पर श्रीमदभागवत कथा का आयोजन करवाया जाना, कथा श्रवण से ज्ञान और वैराग्य का यौवन लौटना इत्यादि प्रसंग सुनाए गए.
देखते ही बन रही थी कथा स्थल की छटा
पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मलेन द्वारा कथा स्थल पर बहुत ही अनुपम व्यवस्था की गयी है, चाहे व्यास पीठ की सजावट हो या पूजन वेदी या गौ पूजन हेतु निर्मित गौशाला. सभी व्यवस्था बहुत ही सुचारु रूप से संचालित हो रही थी.
ये रहे उपस्थित
आज की कथा में प्रमुख रूप से संतोष खेतान, बालमुकुंद गोयल, महाबीर प्रसाद अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, विजय मित्तल, अशोक चौधरी, शंकर गुप्ता, दीपक भालोटिया, जीवन नरेड़ी, संजय पलसानिया, संतोष अग्रवाल, ओमप्रकाश रिंगसिया, विजय आनंद मूनका, कमल किशोर अग्रवाल, सांवर लाल शर्मा उपस्थित थे.
कार्यकर्ता रहे सक्रिय
कथा के सफल और सुचारु आयोजन मे अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, मंटु अग्रवाल, अजय भालोटिया, लिप्पू शर्मा, सुरेश कवंटिया, उमेश खीरवाल, सन्नी संघी, बजरंगलाल अग्रवाल, निर्मल पटवारी, अंजू चेतानी, कविता अग्रवाल, ऊषा चौधरी इत्यादि.