Jamshedpur News :दिग्गज कलाकार स्वप्न तिवारी के निधन से संगीत प्रेमियों में शोक की लहर

झारखंड, बिहार, उड़ीसा, बंगाल के कलाकारों ने भी जताया दुःख

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जमशेदपुर: लौहनगरी के दिग्गज (keyboard plyaer) कलाकार स्वप्न तिवारी( 49) के हृदय गति रूक जाने से उनका निधन हो गया। उनके निधन से पूरे जमशेदपुर समेत, झारखंड,बिहार,बंगाल, उड़ीसा के कलाकारों में शोक की लहर है।
रविवार की सुबह टाटा मेन अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार दोपहर 1 बजे भूईयाँडीह स्थित स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर को गोविंदपुर स्थित उनके निवास स्थान से अंतिम संस्कार के लिए स्वर्णरेखा बर्निंग घाट लाया गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में उनके चाहने वाले संगीत प्रेमी उनकी एक झलक देखने के लिए बेताब थे। उनके अंतिम संस्कार में शहर के तमाम कला व संगीत जगत के दिग्गज शामिल हुए। इसके अलावे कई सामाजिक संगठन के लोग भी शामिल हुए।
इससे पहले शनिवार शाम साकची स्थित मोती लाल पब्लिक स्कूल में एक एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया था। शहर के संगीत गुरु अनिल कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को शाम तक वे बिल्कुल नॉर्मल थे। कार्यक्रम के बाद वो अपने घर पर आराम कर रहे थे, तभी देर रात 12 बजे के आसपास उन्हें चेस्ट में दर्द हुआ, उसके बाद आनन फ़ानन में उन्हें टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर उन्हें अस्पताल के रेफर के बाद टाटा मेन अस्पताल में लाया गया। जहाँ उनकी इलाज के दौरान हृदय गति रूक जाने से मृत्यु हो गई।
शहर के गजल गायक सूजन दा ने बताया कि वो अपने पीछे पत्नी, एक बेटी और वृद्ध पिता को छोड़ गए है। उन्होंने बताया कि स्वप्न तिवारी कुशल कला के धनी के होने के साथ नम्र व्यवहार के लिए जाने जाते थे। वे वर्तमान में संगीत टीचर के रूप में कदमा केपीएस स्कूल में कार्यरत थे।

उनके निधन से संगीत का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। संगीत के क्षेत्र में उनकी भरपाई करना मुश्किल है।
अबतक हजार से ज्यादा बड़े -बड़े music show में की Key Board बजाने वाले स्वप्न तिवारी को
बॉलीवुड के दिग्गज गायक अनुराधा पौड़वाल, बिनोद राठौर, मो. अजीज के साथ भी काम कर चुके है।

– लंदन, केन्या, डूबई और मॉरिसश में कर चुके है शो
शहर के तबला वादक बाप्पी ने बताया कि स्वप्न तिवारी को जानने केवल देश में ही नहीं थे बल्कि विदेशों में भी थे। उन्होंने बताया कि स्वप्न तिवारी बचपन से ही संगीत से जुड़ गए थे। अपने 35 वर्ष के संगीत करियर में लंदन, केन्या, डूबई और मॉरिसश आदि देशों में भी key board players के रूप में पहचान बनाई थी।

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