JAMSHEDPUR NEWS :पूर्णता के साथ जीयें, डर के बावजूद आगे बढ़ने का नाम है साहस : डॉ ( फादर ) एस जॉर्ज

एक्सएलआरआई जमशेदपुर में पीजीडीएम (जीएम) 2025–26 और उभरते सीएचआरओ के लिए पीजीडीएम (एचआरएम) (चौथे बैच) की हुई शुरुआत

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जमशेदपुर।

सोमवार को भारत के प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थानों में से एक, एक्सएलआरआइ– जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, जमशेदपुर में संस्थान के दो प्रमुख प्रोग्राम पीजीडीएम (जनरल मैनेजमेंट) और पीजीडीएम (एचआरएम) फॉर इमर्जिंग सीएचआरओज के नए शैक्षणिक सत्र का विधिवत उद्घाटन किया गया.

 

कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक प्रार्थना सभा और दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें विद्यार्थियों की नई यात्रा के लिए मंगलकामनाएँ की गयी. इस अवसर पर कुल 150 विद्यार्थियों का औपचारिक स्वागत किया गया. पीजीडीएम (जीएम) बैच 2025-26 में कुल 120 विद्यार्थी (48 छात्राएँ एवं 72 छात्र) जबकि पीजीडीएम (एचआरएम) फॉर इमर्जिंग सीएचआरओज के चौथे बैच में कुल 30 विद्यार्थियों (12 छात्राएँ एवं 18 छात्र) को शामिल किया गया है. उद्घाटन सत्र के दौरान उक्त प्रोग्राम की जानकारी देते हुए डीन एकेडमिक्स प्रो. संजय पात्रो ने कहा कि दोनों प्रोग्राम 18 महीनों की अवधि के हैं और इनका उद्देश्य भविष्य के नैतिक, प्रभावशाली और सक्षम नेतृत्व को आकार देना है. उन्होंने विद्यार्थियों को ‘मैजिस’यानी निरंतर उत्कृष्टता और उच्चतर उद्देश्य की खोज की भावना के साथ अपने शैक्षणिक सफर की शुरुआत करने की प्रेरणा दी. वहीं,

 

एक्सएलआरआइ के निदेशक डॉ. (फादर) एस. जॉर्ज, एस.जे. ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को पूर्णता के साथ जीने का संदेश दिया. उन्होंने साहस, सहानुभूति और जुड़ाव जैसे मूल्यों पर जोर देते हुए कहा, “साहस डर की अनुपस्थिति नहीं है, बल्कि डर के बावजूद आगे बढ़ने की क्षमता है. आज के युग में आत्मनिर्भरता के साथ-साथ सामूहिकता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है.

 

 

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प्रशासन एवं वित्त के डीन डॉ. (फादर) डोनाल्ड डी’सिल्वा, एस.जे. ने एक भावनात्मक सर्वधर्म प्रार्थना किय, जिसमें ज्ञान, एकता, न्याय और नैतिक नेतृत्व की कामना की गई.

 

इस अवसर पर संस्थान के कई वरिष्ठ प्रोफेसर भी उपस्थित थे. , जिनमें प्रो. पूर्णचंद्र प्रधान (एसोसिएट डीन, जीएम प्रोग्राम), प्रो. मनोज थॉमस (एसोसिएट डीन, कॉर्पोरेट प्रोग्राम्स) और प्रो. आर. के. प्रेमराजन (प्रोग्राम डायरेक्टर, इमर्जिंग सीएचआरओज) प्रमुख थे.

 

प्रार्थना सभा के दौरान भगवद गीता, बाइबल, गुरु ग्रंथ साहिब और कुरान से पाठ किए गए, जो संस्थान की समावेशिता और समग्र शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक थे. विद्यार्थियों ने एक “ऑनर प्लेज” (सम्मान शपथ) भी लिया, जिसमें उन्होंने नैतिक आचरण, विविधता के सम्मान और उत्कृष्टता एवं ईमानदारी के मूल्यों को जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया.

 

कार्यक्रम का समापन एक भावपूर्ण वीडियो प्रस्तुति और राष्ट्रीय गान के साथ हुआ.

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