Jamshedpur News:जमशेदपुर में ‘केसर’ के 31वें एशियाई ज्योतिष सम्मेलन का हुआ शुभारंभ, देश विदेश से आए ज्योतिषी जुटे
जमशेदपुर.
जमशेदपुर के बिष्टुपुर राम मंदिर में आज 31वें एशियाई ज्योतिष सम्मेलन का आगाज हुआ.
ज्योतिष शिक्षण संस्थान जमशेदपुर(केसर) के सभी विद्यार्थियों के मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ. उद्घाटन सत्र में बिहार सरकार के पूर्व कला एवं संस्कृति मंत्री सह वर्तमान विधायक सहरसा के डॉ आलोक रंजन बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए. कार्यक्रम में माननीय अतिथि के रूप में नेपाल से आचार्य लक्ष्मण पति, दिल्ली से डाॅ भारत भूषण समेत अन्य गणमान्य अतिथियों और जमशेदपुर से मुरलीधर केडिया ने अपने ज्योतिषीय अनुभवों को साझा किया.
इस दौरान देश-विदेश के साथ साथ बड़ी संख्या मे उपस्थित ज्योतिषियों ने लोगों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के संचालक प्रो एस के शास्त्री के ज्योतिष शास्त्र के क्षेत्र में योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन के महत्वपूर्ण निर्णयों को लेने और उसके सफल होने के लिए ज्योतिषियों की सलाह काफी लाभप्रद होती है. साथ ही उन्होंने आहवान किया कि जिस प्रकार डॉ एवं मरीज की कुंडलियों के मिलन के उपारांत इलाज सफल होता देखा गया है उसी प्रकार से यदि सभी संस्थाएं अपनी भर्ती प्रक्रियाओं में भी यदि अभ्यर्थी की कुण्डली से संस्था का तालमेल बैठाकर ज्योतिष सामंजस्य अनुरूप परामर्श देंगे तो अभ्यर्थियों एवं संस्थाओं को विशेष लाभ मिलेगा. इसी तरह यदि स्कूल कालेज जैसे संस्थान भी विद्यार्थियों के लिए ज्योतिष परामर्श का लाभ उपलब्ध कराएंगे तो उनको उनके अकादमिक यात्रा के दौरान होने वाले चिंता अवसाद से मुक्ति मिलेगी. साथ ही आगे उन्होंने बताया कि आध्यात्मिक स्वरुप में ज्योतिष को मन, शरीर, और आत्मा के त्रितीयक संबंध को समझने का एक सटीक माध्यम माना जाता है, जिससे व्यक्ति अपने आत्मा की ऊँचाइयों की ओर बढ़ सकता है. वर्तमान परिदृश्य में ज्योतिष शास्त्र की व्यापकता के वावजूद इसे वैज्ञानिक समुदाय में स्वीकृति सहज रूप से नहीं है. लेकिन यह भी सत्य है कि ज्योतिष विज्ञान और अध्यात्म दोनों का समन्वय है, अतः यह शास्त्र काफी महत्वपूर्ण हो जाता है.
उद्घाटन के बाद केसर के संस्थापक प्रो एस के शास्त्री द्वारा हिन्दी एवं बांग्ला में रचित पुस्तक “हस्तरेखा संजीवनी” का विमोचन किया गया.
साथ ही विदेशो से आए ज्योतिषियों को सम्मानित किया गया. इस वर्ष अब तक बांग्लादेश, नेपाल से कई ज्योतिषी पहुँच चुके हैं.आने वाले दो दिनों में श्रीलंका, आस्ट्रेलिया, कनाडा इत्यादि से भी ज्योतिषियों के आने की संभावना है.
दूसरे सत्र में ज्योतिषियों ने हस्तरेखा में अपने ज्ञान एवं शोध को साझा किया.अंत मे सैकड़ों स्थानीय जनता ने 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक होने वाले नि:शुल्क ज्योतिष परामर्श का लाभ उठाने हेतु पंजीयन करवाया. निशुल्क ज्योतिष परामर्श 20 जनवरी को भी 5 बजे संध्या से किया जाएगा जिसमें आने वाले लोग लाभ उठा सकते हैं.
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