JAMSHEDPUR NEWS :भूल से भी डाॅॅट एपीके फाइल क्लिक न करें,साइबर क्राइम,साइबर फ्राॅड और डिजीटल अरेस्ट पर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के कार्यक्रम ने खोली लोगों की आंखें

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अन्नी अमृता

जमशेदपुर.

आजकल आए दिन लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं.साइबर अपराधी हर बार कोई न कोई नया हथकंडा अपनाकर लोगों के खातों से लाखों करोड़ों की निकासी कर रहे हैं या डिजीटल अरेस्ट के माध्यम से फर्जी ईडी या सीबीआई या पुलिस अधिकारी बनकर ऑनलाइन डरा धमका कर लाखों करोड़ों वसूल रहे हैं.हैरानी की बात है कि पढे लिखे लोग भी बड़ी संख्या में ऑनलाइन फ्राॅड का शिकार हो रहे हैं.जाहिर है अब समय आ गया है उपभोक्ता ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतें और मोबाइल साक्षरता फैलाई जाए ताकि ऐसे घटनाक्रमों पर रोक लग सके.इसी को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर जमशेदपुर के गोलमुरी स्थित भोजपुरी भवन में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत की झारखंड प्रांत इकाई की ओर से साइबर फ्राॅड,साइबर क्राइम और डिजिटल अरेस्ट पर एक ज्ञानवर्द्धक विचार- गोष्ठी का आयोजन हुआ.इस गोष्ठी में साइबर थाना के सब इंस्पेक्टर अमित अभिषेक, कुणाल राजा,रुपेश कोठारी और थीसिस कोचिंग के संचालक सागर चौबे विशेष अतिथि के तौर पर शामिल हुए.

डाॅली परिहार के ग्राहक गीत से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ जिसके बाद डाॅ अनिता शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया.आरती शर्मा ने विषय प्रवेश कराया. वहीं प्रांत उपाध्यक्ष एंजिल उपाध्याय ने संस्था के कार्य और उद्देश्यों की जानकारी दी.

कार्यक्रम में पहुंचे साइबर थाना के एसआई अमित अभिषेक ने कहा कि पहले साइबर अपराधी ओटीपी,पासवर्ड व सीवीवी मांगते थे.अब जब इसके प्रति लोग जागरुक हो गए तो अपराधियों ने तरीका बदल दिया है.अब डाॅॅट एपीके फाइल का इस्तेमाल करते हैं.एपीके फाइल भेजते हैं और उसमें क्लिक करने पर डाटा एक्सेस उनके पास चले जाते हैं.क्लिक करवाने के लिए वे तरह तरह का प्रलोभन देते हैं.लेकिन कभी भी एपीके फाइल क्लिक नहीं करना चाहिए.अमित ने कहा कि एपीेके फाइल क्लिक हो भी जाए तो फोन को फैक्ट्री रिसेट या तुरंत फ्लाइट मोड में डाल देना चाहिए.इससे अपराधी आपके फोन की डिटेल प्राप्त नहीं कर पाएगा.आजकल कस्टम, ईडी या सीबीआई के नाम से फोन या वीडियो काॅल आता है व डराकर पैसे ऑनलाइन वसूल लिए जाते हैं जिसे डिजिटल अरेस्ट कहा जा रहा है.अमित ने बताया कि कोशिश यही हो कि अज्ञात नंबरों से आनेवाले वीडियो काॅल नहीं उठाए जाएं और अगर उठा भी लिया तो घबराहट में न तो डिटेल देना चाहिए और न ही बिना सोचे समझे पैसे ट्रांसफर करना चाहिए.इस बात को याद रखना चाहिए कि कभी भी कोई असली पुलिस वाला अपने अकाउंट में पैसे डालने को नहीं कहेगा.

अमित ने आगे बताया कि
Instant loan app के माध्यम से भी लोगों को साइबर अपराधी 5 लाख तक के लोन दे देते हैं और बाद में कितना भी पैसा पे करो वह लोन पांच लाख ही दिखाता है. इस प्रकार इंसान को आगे यह समझ में आ जाता है कि वह ट्रैैप में फंस चुका है.पैसे को दोगुने करने के नाम पर भी करोड़ों की ऑनलाइन ठगी के लोग शिकार हो जाते हैं.किसी भी प्रकार के साइबर क्राइम की शिकायत के लिए एक देशव्यापी नंबर 1930जारी किया गया है जिस पर शिकायत करनी चाहिए.अगर फोन पर करना नहीं चाहते या नहीं लग रहा हो तो
cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.स्थानीय साइबर थाने को सूचित करना चाहिए.

साइबर थाना से आए कुणाल राजा ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट के ज्यादा केस उन अभिभावकों के साथ हो रहे हैं जिनके बच्चे बाहर रहते हैं या बाहर पढते हैं.अपराधी सारी डिटेल एकत्रित कर उसी समय काॅल करते हैं जब अभिभावकों के बच्चे अपना मोबाइल ऑफ करके क्लास करते हैं. बच्चे के साथ अनहोनी की आशंका से घबराहट में अभिभावक पैसे ऑनलाइन भेज देते हैं.कई बार तो लोग आरटीजीएस तक करने बैंक आ जाते हैं मगर साइबर थाना नहीं आते.

आजकल ई-चालान के भी फर्जी मैसेज अपराधी भेज रहे हैं जिसको लेकर ट्रैफिक थाना में कन्फर्म करना चाहिए.आजकल ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से बच्चों को एडल्ट साइट दिखाकर फिर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता है.इसलिए फोन पे या गूगल पे का पिन बच्चों से साझा नहीं करना चाहिए.एटीएम के विद्ड्राॅल के दौरान भी सावधानी रखनी चाहिए.कुणाल राजा ने कहा कि कभी भी अज्ञात
नंबर से फोन पे से पैसा नहीं लेना है.अगर कोई क्रेडिट दिखे तो तुरंत बैंक को सूचित करना चाहिए.कारण यह है कि अगर दूूसरे राज्य के किसी खाटे से डेबिट हुआ हो और इसकी कंपलेन हो तो आपका खाता फ्रीज हो सकता है.इसलिए अपना बैंंक स्टेटमैंट चेक करते रहना चाहिए.

रुपेश कोठारी ने कहा कि आजकल वाट्सअप भी हैक किया जा रहा है इसलिए यह जरुरी है कि इसकी सेटिंग्स में जाकर टू वे वेरीफिकेशन किया जाए.उपस्थित लोगों ने रुपेश के समक्ष कई मामलों को रखा जिस पर उन्होंने विस्तार से चर्चा की.

‘थीसिस’ के प्रमुुख सागर चौबे ने बताया कि लगातार तीन महीने तक रिचार्ज न होने पर टेलीकाॅम कंपनी आपका नंबर किसी और को अलाॅट कर देती है.अगर यह नंबर आधार से जुड़ा है तो वह डिटैच्ड नहीं होता है इसलिए सावधानी रखना जरुरी है.

कार्यक्रम में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के जिलाध्यक्ष पप्पू सिंह, प्रांत उपाध्यक्ष एंजिल उपाध्याय,अरविंद विद्रोही,प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सरिता सिंह,पूर्वी सिंहभूम उपाध्यक्ष कृष्णा सिन्हा,सीमा सिंह, पुष्पांजलि मिश्रा,अन्नी अमृता, रजनी गुप्ता,सपना तिवारी,आशीष व अन्य उपस्थित थे.उपासना सिन्हा ने कार्यक्रम का संचालन किया.रुबी लाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया.संगठन मंत्र का वाचन अंकेश भुइंया ने किया.अंत में रीना पारितोष ने शांति मंत्र का वाचन किया.

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