रांची, 4 अगस्त 2025
झारखंड आंदोलन के महानायक और जनजातीय चेतना के अग्रदूत दिशोम गुरु शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर को आज शाम 5 बजे विशेष विमान से दिल्ली से रांची लाया जाएगा। इस संबंध में जानकारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता विनोद पांडेय ने दी।
उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर को सीधे मुख्यमंत्री आवास ले जाया जाएगा, जहां सीमित लोगों को श्रद्धांजलि देने की अनुमति रहेगी।
कल आम जनता को अंतिम दर्शन का अवसर
मंगलवार, 5 अगस्त को, गुरुजी का पार्थिव शरीर झारखंड विधानसभा भवन और झामुमो के पार्टी कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। यहां आम जनता, राजनीतिक-सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, कार्यकर्ता और शुभचिंतक उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे।
पैतृक गांव नेमरा में अंतिम संस्कार
विनोद पांडेय ने बताया कि दर्शन के उपरांत गुरुजी का पार्थिव शरीर रामगढ़ जिले के नेमरा गांव ले जाया जाएगा। यह उनका जन्मस्थान भी है और वहीं राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार बुधवार को संपन्न होगा।
झारखंड सरकार ने घोषित किया तीन दिवसीय राजकीय शोक
गौरतलब है कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन सोमवार सुबह दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल में हुआ। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और हाल के दिनों में ब्रेन स्ट्रोक के कारण हालत अत्यंत गंभीर हो गई थी। उनके निधन पर झारखंड सरकार ने 4 से 6 अगस्त 2025 तक तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान राज्य भर में सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई सरकारी उत्सव नहीं मनाया जाएगा।
एक युग का अंत — झारखंड की मिट्टी ने अपना बेटा खो दिया
दिशोम गुरु के निधन से केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा चली गई है। झारखंड आंदोलन, आदिवासी अधिकार, और सामाजिक न्याय की आवाज आज मौन हो गई। लेकिन उनका विचार, संघर्ष और जीवन दर्शन सदैव जीवित रहेगा।

