
जमशेदपुर.

डी.बी.एम एस. कॉलेज ऑफ एजुकेशन के बी.एड प्रथम सत्र के छात्र छात्राओं ने आर.पी.पटेल चेशायर होम, सुंदरनगर का दौरा किया. इस दौरे से छात्रों को मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों से मिलने का अवसर मिला. छात्रों ने वहां के सदस्यों के साथ गाना गाया और नृत्य भी किया. छात्रों से मिलकर चेशायर होम के सदस्य बहुत खुश हुए. बी.एड. के पाठ्यक्रम में समावेशी शिक्षा विषय के अंतर्गत इन बच्चों के अक्षमता का कारण, उनकी जरूरतें, उनके साथ कैसा व्यवहार होना चाहिए, उनकी आवश्यकताएं क्या है आदि पढ़ाया जाता है. इस दौरे से बच्चों में उनके प्रति एक साम्यक धारणा तैयार हुई,उनमें जागरूकता बढ़ी. इसके साथ समाज के प्रति अपने कर्तव्य का भी अहसास हुआ. बी.एड. के छात्रों में चेशायर होम के बच्चों के लिए हमदर्दी दिखी.उन्हें यह एहसास हुआ कि ईश्वर ने जिन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाया है, उन्हें जीवन का आभारी होना चाहिए.
डी.बी.एम.एस प्रबंधन तथा प्राचार्या ने समय समय पर ऐसे सामाजिक दायित्वों का बोध करवाया है और छात्रों के लिए भ्रमण, समाज कार्य के लिए सुविधा उपलब्ध करवाई है. समावेशी शिक्षा से बी.एड के छात्र लाभान्वित हो रहे हैं. ये भावी शिक्षक देश के निर्माता हैं.इस अवसर पर डीबीएमएस कॉलेज के रोट्रेक्ट क्लब की तरफ से out reach activity के तहत सदस्यों को ओर से चेशायर होम लिए कपड़ा, चप्पल तथा खाने का सामान दिया गया. छात्राओं के साथ कॉलेज की शिक्षिका श्रीमती पामेला घोष दत्ता, पूनम कुमारी, डॉ. मीनाक्षी चौधरी और एंजल मुंडा शामिल हुईं.
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