Jamshedpur News :कालीमाटी रोड के किनारे लगे पेड़ पर डॉ अजय कुमार द्वारा स्वयं के नाम लिखवाने को भाजपा ने बताया अवसरवादी और राजनीतिक दिवालियापन की निशानी,

कालीमाटी रोड के किनारे लगे पेड़ पर डॉ अजय कुमार द्वारा स्वयं के नाम लिखवाने को भाजपा ने बताया अवसरवादी और राजनीतिक दिवालियापन की निशानी, जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा- डॉ अजय ने शहर की समस्याओं से हमेशा मुंह मोड़ा, दूसरों के कार्यों का अनैतिक श्रेय लेना अजय कुमार की पुरानी आदत।

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जमशेदपुर। जमशेदपुर के बर्मामाइंस से साकची जाने वाले सड़क किनारे टाटा स्टील के दीवार से सटे पेड़ों पर पूर्व सांसद और कांग्रेसी नेता डॉ अजय कुमार के द्वारा स्वयं के नाम का बोर्ड लगाए जाने पर भाजपा जमशेदपुर महानगर ने तंज कसते हुए इसे अवसरवादी और राजनीतिक दिवालियापन का परिचायक बताया है। बुधवार को भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर अजय कुमार के ऐसे कार्यों की आलोचना करते हुए कहा कि यह अत्यंत निंदनीय है कि डॉ. अजय कुमार, जो जनप्रतिनिधि के रूप में जनता के बीच अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्यों को निभाने में पूरी तरह विफल रहे, अब टाटा ट्रस्ट द्वारा किए गए कार्यों और प्रयासों पर अपने नाम का बोर्ड लगवाकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। यह पेड़ ना तो डॉ अजय कुमार ने लगाया है और ना ही इसके संरक्षण और संवर्धन में उनका कोई योगदान रहा है। यह उनकी अवसरवादी और स्वार्थी राजनीति का जीता-जागता उदाहरण है, जो केवल अपनी छवि चमकाने और जनता को भ्रमित करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि डॉ अजय कुमार जमशेदपुर की राजनीति में अपनी पहचान बनाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में वे आये दिन भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर मनगढ़ंत और बेतुका बयानबाजी कर लगातार राजनीतिक माइलेज लेने की कोशिश करते हैं।

जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि कोरोनाकाल के भयंकर संकट में जब जमशेदपुर की जनता को सबसे अधिक मदद की आवश्यकता थी, उस समय डॉ. अजय कुमार पूरी तरह गायब रहे थे। उन्होंने जमशेदपुर की जनता की समस्याओं से हमेशा मुंह मोड़ा है। कोरोनाकाल के समय में भी भाजपा कार्यकर्ता और सामाजिक संस्था के सदस्य जरूरतमंद जनता की सेवा में दिन-रात लगे रहे, उनके दुख-दर्द में साझेदार बने और हर संभव सहायता प्रदान की। लेकिन अब, जब राज्य में चुनाव की आहट सुनाई देने लगी है, तब अजय कुमार फिरसे सक्रिय हो गए हैं। यह कृत्य न केवल डॉ. अजय कुमार की राजनीतिक पैंतरेबाज़ी का हिस्सा है, बल्कि यह उनकी नैतिक दिवालियापन को भी उजागर करता है। टाटा ट्रस्ट जैसी प्रतिष्ठित संस्था के काम का अनैतिक श्रेय लेकर वे यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि वे शहरवासियों के असली हमदर्द हैं।

जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि जनता अब इस प्रकार की फरेबी राजनीति से भली-भांति परिचित हो चुकी है। जमशेदपुर की जागरूक जनता ऐसे धोखेबाज नेताओं को समय आने पर करारा जवाब देगी। उनकी यह चालाकी, अवसरवादिता, और सस्ती लोकप्रियता की चाहत अब और नहीं चलने वाली है। जनता अब इनके असली चेहरे को पहचान चुकी है और समय आने पर राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाएगी

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