जमशेदपुर।
पूर्व सांसद एवं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री श्रीमती गीता कोड़ा ने आज प्रेस वार्ता में कहा कि हेमंत सरकार में महिलाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है। राज्य में बीते छह वर्षों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भयावह वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि साहेबगंज की दरोगा रूपा तिर्की हत्याकांड, रबिका पहाड़िया की 52 टुकड़ों में निर्मम हत्या और एसआई संध्या टोपनो की हत्या जैसी घटनाओं ने सरकार की नाकामी और संवेदनहीनता को उजागर किया है।
गीता कोड़ा ने आरोप लगाया कि आदिवासी बेटियों के साथ दुष्कर्म करने वाले अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों पर मौन है। उन्होंने कहा कि संथाल परगना से कोल्हान तक झारखंड की रोटी, माटी और बेटी खतरे में हैं।
पूर्व सांसद ने कहा कि सरकार की ‘’मइया सम्मान योजना” अब “मइया अपमान योजना” बन गई है। चुनाव से पहले महिलाओं को झूठे वादों से भ्रमित किया गया, अब उनके खातों से पैसा काटा जा रहा है।
गीता कोड़ा ने कहा कि भाजपा ही महिला सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण की सच्ची लड़ाई लड़ रही है, और आने वाले चुनाव में महिलाएं इस भ्रष्ट और निकम्मी सरकार को करारा जवाब देंगी।
श्रीमती कोड़ा ने चाईबासा की घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हेमंत सरकार का आदिवासी और महिला विरोधी चेहरा उजागर हुआ है। निहत्थे आदिवासी युवक और गर्भवती महिला को जेल भेजना सरकार की अमानवीय चेहरा को दर्शाती है।
प्रेस वार्ता में अशोक बड़ाईक, चंडी चरण साव, लखन मार्डी उपस्थित थे।
