कारों-बसों की अवैध पार्किंग का अड्डा बन गया है
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आमबगान मैदानःसरयू राय
जमशेदपुर । जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने शनिवार को पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को पत्र लिख कर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आमबगान मैदान की स्थिति सुधारने के संबंध में आग्रह किया है। उन्होंने लिखा है कि आमबगान मैदान कार-बसों की अवैध पार्किंग और अवैध गैरेज का अड्डा बन गया है।
सरयू राय ने उपायुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि साकची स्थित नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आमबगान मैदान में स्थापित नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की प्रतिमा को संरक्षित करने और प्रतिमा स्थल का सौंदर्यीकरण करने के लिए उनकी अनुशंसा पर विधायक निधि से कार्य हो रहा है। कार्य का अवलोकन करने के लिए शनिवार को वह जब लोगों के साथ आमबगान मैदान पहुंचे तो उन्हें यह देख कर आश्चर्य हुआ कि यह मैदान पूरी तरह से कारों-बसों की अवैध पार्किंग का अड्डा बन गया है। इतना ही नहीं, यह अवैध गैरेज का भी अड्डा बन गया है।
सरयू राय ने लिखा कि मैदान में घुमन्तु किस्म के लोगों ने भी प्लास्टिक का झोपड़ीनुमा घर बनाकर रहना शुरू कर दिया है। मैदान के अंदर अस्थायी दुकानें बना दी हैं, अतिक्रमण कर लिया है। मैदान के एक कोने में कश्मीरी उलैन मेला लगा हुआ है। कुल मिलाकर यह मैदान अवैध गतिविधियों का अड्डा बन कर रह गया है।
श्री राय ने लिखा कि 2014 से 2019 तक वह जमशेदपुर पश्चिम क्षेत्र से विधायक थे। उस समय टाटा स्टील की इकाई जुस्को द्वारा मैदान की घेराबंदी और सौंदर्यीकरण का कार्य आरंभ किया था। यह कार्य किसी कारणवश पूरा नहीं हो सका। उस समय बंगाल क्लब, नेताजी सुभाष परिषद् एवं अन्य संगठनों की मांग पर इस मैदान का नाम नेताजी सुभाष चेन्द्र बोस आमबगान मैदान रखने की पहल हुई थी। मैदान में जमशेदपुर पश्चिम के पूर्व विधायक स्वर्गीय मृगेन्द्र प्रताप सिंह की विधायक निधि से नेताजी की एक छोटी सी प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिसके ऊपर छतरी लगाने और घेराबंदी करने का काम विधायक निधि से उनकी (श्री राय) अनुशंसा पर हुई है।
श्री राय ने लिखा है कि उन्होंने प्रतिमा स्थल के पास एक पट्ट लगाकर उस पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की महान स्वतंत्रता अभियान का रूट चाट भी अंकित करवाया। इससे पता चलता है कि नेताजी किस तरह अपने कोलकाता स्थित घर से वेश बदलकर गोमो आए और वहां से रेलयात्रा कर कई कठिनाइयों का सामना करते हुए जर्मनी गये। फिर वह वहां से पनडुब्बी से सिंगापुर पहुँचे और सिंगापुर से जापान पहुंचकर उन्होंने अजाद हिंद फौज की स्थापना की। यह मैदान नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का स्मृति स्थान है, स्वतंत्रता संग्राम की एक धरोहर है। इस मैदान को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के स्मृति स्थल के रूप में विकसित करने का पूर्व में दिया गया उनका प्रस्ताव विचाराधीन है। इस मैदान का नामकरण विधिसम्मत तरीके से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आमबगान मैदान करने, मैदान की घेराबंदी करने, इसका सौंदर्यीकरण करने तथा इसे सुरम्य स्थल के रूप में विकसित करने की कार्य योजना को अंतिम रूप देना आवश्यक प्रतीत हो रहा है। इस बारे में टाटा स्टील लिमिटेड के सहयोग की भी अपेक्षा है।
सरय़ू राय ने उपायुक्त से अनुरोध किया कि जिला प्रशासन, जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति तथा टाटा स्टील लिमिटेड के परस्पर सहयोग से इस मैदान का सौंदर्यीकरण करने तथा इसे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के स्मृति स्थल के रूप में विकसित करने के संबंध में आवश्यक कारवाई करें।
श्री राय के साथ स्थलीय भ्रमण के दौरान राजा चौधरी, भागवत मुखर्जी, सोमियो सेन, सुबोध श्रीवास्तव, अजय कुमार, परमिंदर सिंह पन्नू, दुर्गा राव, अमृता मिश्रा, नीरज सिंह, तारक मुखर्जी, संजीव मुखर्जी, पप्पू सिंह, पवन सिंह, शेषनाथ पाठक, पिंटू सिंह, संतोष भगत, अशोक सिंह, विनोद सिंह, ममता सिंह, मृत्युंजय कुमार सिंह, प्रवीण सिंह, विवेक पांडेय, शंकर कर्मकार, बबलू कुमार, मुश्ताक अहमद, टुनटुन सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, अर्जुन यादव, विजय सिंह, आकाश शाह, रविशंकर सिंह, त्रिलोचन सिंह, दिनेश कुमार, महुआ चक्रवर्ती, ममता ठाकुर, रीना डे, पूजा महानंद, मंजू सिन्हा, सुष्मिता सरकार, जया देवी, माधव सिंह, नानू राव, राजीव सिंह, मनोज सिंह आदि मौजूद रहे।

