जमशेदपुर।
घाटशिला विधानसभा उपचुनाव 2025 के परिणामों का इंतजार अब अधिक लंबा नहीं है, क्योंकि मतगणना की तैयारियाँ लगभग पूरी हो चुकी हैं। आगामी 14 नवंबर 2025 को को-ऑपरेटिव कॉलेज, जमशेदपुर में मतगणना की जाएगी, जिसके लिए मतदान कर्मियों को व्यापक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में जिला निर्वाचन पदाधिकारी कर्ण सत्यार्थी ने महिला विश्वविद्यालय, जमशेदपुर में आयोजित मतगणना दलों के प्रशिक्षण सत्र को संबोधित किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि मतगणना केंद्र में कुल 15 टेबल लगाई जाएंगी और पूरे चुनाव क्षेत्र के मतों की गिनती 20 राउंड में पूरी होगी। प्रत्येक टेबल पर एक–एक मतगणना पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक और माइक्रो ऑब्जर्वर की नियुक्ति की गई है ताकि प्रक्रिया अधिक सुचारू और पारदर्शी बने।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने मतगणना पर्यवेक्षकों को ईवीएम (EVM) की सील की जांच, काउंटिंग प्रक्रिया की निगरानी और परिणाम पत्रकों के सही संधारण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि हर अधिकारी को निर्वाचन आयोग के नियमों का अक्षरशः पालन करना होगा।
मतगणना सहायकों को नियंत्रण इकाई (Control Unit) से प्राप्त परिणामों को सही तरीके से पढ़ने, सभी डेटा को दस्तावेजों में दर्ज करने तथा निर्धारित फॉर्मेट में परिणाम भरने का प्रशिक्षण दिया गया। वहीं माइक्रो ऑब्जर्वरों को विशेष रूप से निर्देश दिया गया कि वे हर राउंड पर कड़ी नजर रखें और यह सुनिश्चित करें कि मतगणना की पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष तथा पारदर्शी रहे।
प्रत्येक काउंटिंग हॉल में सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (ARO) को समन्वयक की भूमिका दी गई है। वे तकनीकी समस्या, प्रक्रिया में त्रुटि या किसी अन्य बाधा की स्थिति में तुरंत समाधान करेंगे। इसके अलावा, आयोग के निर्देशानुसार मतगणना के दौरान वीवीपैट (VVPAT) पर्चियों का मिलान भी किया जाएगा।
डीईओ कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि “मतगणना निर्वाचन प्रक्रिया का सबसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण चरण है। इसमें कोई त्रुटि, लापरवाही या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पारदर्शिता और निष्पक्षता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
READ MORE :Bollywood News :पॉकेट एफएम पर ‘शक्तिमान’ की नए रूप में वापसी
मतगणना स्थल पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। केवल अधिकृत पासधारी व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जाएगा और पूरा परिसर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेगा। मतदान के हर राउंड की रिकॉर्डिंग संरक्षित की जाएगी ताकि किसी भी विवाद की स्थिति में संदर्भ उपलब्ध रहे


