जमशेदपुरःआज रंगरेटा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मंजीत सिंह गिल ने मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के मामले पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,रघुवर दास,बाबूलाल मरांडी और कोल्हान डीआईजी समेत अन्य लोगों को टैग करते हुए एक ट्वीट किया है.ट्वीट के माध्यम से मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक की गिरफ्तारी की एक खबर को दर्शाते हुए मंजीत ने कहा है कि इस मामले की जांच हो.
श्री गिल ने कहा कि यह मामला योजनाबद्ध तरीके से किसी को जमीन विवाद में फंसाने का प्रयास लग रहा है.इस पर गंभीरता से तमाम बिंदुओं पर जाँच की जरूरत है क्योंकि किसी पर आरोप लगना अलग बात है लेकिन उसके घर को उजाड़ने के लिए दिन-रात लग जाना एक अलग मामला बनता है.
बताते चलें कि कुछ दिन पहले हरपाल सिंह थाकुर और उसकी पत्नी पुष्पा तिर्की नामक दंपति के साथ रंगरेटा परिवार के गीता कौर और उसके बेटे आदित्य सिंह को भी दुष्कर्म समेत अन्य आरोपों में जेल भेजा गया.इस मामले में जेल जाने के बाद आरोपियों में शामिल हरपाल सिहं के संपत्ति की जिस तरह से जांच की जा रही है उससे यह प्रतीत होता है कि यह मामला किसी विवादित जमीन से संबंधित है.समाचार पत्रों के माध्यम से यह जानकारी मिल रही है कि हरपाल सिंह थापर की जमीन और फ्लैटों का निरीक्षण प्रशासन द्वारा शुरू कर दिया गया है.मेरा जिला प्रशासन से नम्र निवेदन है कि पूरे शहर में कई आपराधिक चरित्र के लोगों और कई ऐसे लोगों की जमीनें हैं जिस पर लगातार कुछ न कुछ मामले थानों में लंबित हैं.वे बोले जमीनों के विवाद में तो शहर में हत्याएं तक हुई हैं तो क्या किसी तरह का आरोप लगाकर किसी की जमीन का सीमांकन करना या तोड़ने का प्रयास करना न्यायालय की अवमानना नहीं है?क्या इस मामले में अतिक्रमण के आरोपियों को नोटिस नहीं दिया जाना चाहिए था?मंजीत ने कहा कि इस मामले पर जिला प्रशासन को गुमराह करने का काम जिन लोगों ने किया है वे हरपाल सिंह थापर के पीछे बहुत पहले से लगे हुए थे या नहीं इस बात की भी जांच की जरूरत है.
श्री गिल ने कहा कि इस मामले में कुछ तथ्य सामने आए हैं जिसे लेकर जल्द ही डीजीपी और मानवाधिकार आयोग से रंगरेटा महासभा के बैनर तले उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे.
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