JAMSHEDPUR -DC ने एमजीएम अस्पताल का किया निरीक्षण, जर्जर हो चुके तीन भवनों को तोड़कर कराया जाना है निर्माण कार्य

कोविड के तीसरे लहर की संभावनाओं को देखते हुए एमजीएम में की जा रही आईसीयू व वेंटिलेटर युक्त अतिरिक्त 100 बेड की व्यवस्था

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JAMSHEDPUR जिला उपायुक्त  सूरज कुमार द्वारा आज जिला प्रशासन के अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ एमजीएम अस्पताल में होने जा रहे आधारभूत संरचना निर्माण को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस मौके पर उपायुक्त ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार समीक्षा के क्रम में एमजीएम में कैसे स्वास्थ्य सुविधाओं को और सुदृढ़ किया जा सके इसपर मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा था। कोरोना के तीसरे लहर की संभावनाओं को देखते हुए कैसे स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त रखना है तथा दैनिक समस्याओं को भी ध्यान में रखते हुए उसका कैसे निराकरण हो इस सम्बंध में अस्पताल का निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि पीजी वार्ड में कोविड वार्ड बनाया गया है उसके विकल्प पर विचार करते हुए सर्वे किया गया ताकि पीजी बिल्डिंग नियमित कार्य के लिए फ्री किया जा सके। साथ ही साथ 100 बेड का मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर बनाया जाना है । कोरोना के तीसरे लहर की संभावनाओं के बीच आईसीयू बेड की कमी को पूरा करते हुए एमजीएम में आईसीयू व वेंटिलेटर युक्त 100 बेड लाया जा रहा जिसमें 50 बेड कोविड वार्ड के लिए तथा अन्य 50 मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर का होगा। साथ ही साथ नए पीएसए प्लांट के स्थापना हेतु भी स्थल निरीक्षण किया गया। उपायुक्त ने बताया कि एमजीएम में 20 किलो लीटर लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगाने की भी योजना है। प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत के क्रम में उपायुक्त ने कहा कि नई बिल्डिंग ऐसी होगी की ना सिर्फ कोविड में बल्कि अन्य दिनों के ट्रीटमेंट लोड को भी उसमे समायोजित किया जा सकेगा, ग्राउंड फ्लोर के वार्ड को इमरजेंसी के लिए तथा बर्न यूनिट व अन्य यूनिट जो अलग अलग स्थानों पर हैं उन्हें नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तीन पुरानी जर्जर भवनों को तोड़ा जाना है जिसका निरीक्षण किया गया साथ ही और कौन कौन सी बिल्डिंग तोड़कर फ्यूचर इंफ्रास्ट्रकचर लाना है उसपे भी विचार किया गया।

उपायुक्त ने कहा कि एमजीएम में ट्रीटमेंट लोड कम करने के लिए अन्य अस्पतालों में भी स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करना है इस दिशा में लगातार जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ साथ पीएचसी व सीएचसी में भी चिकित्सीय संसाधनों को दुरुस्त किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि पड़ोसी जिले सरायकेला खरसावां व पश्चिमी सिंहभूम से भी इस दिशा में लगातार वार्ता किया जा रहा है ताकि वहां के अस्पतालों का आधुनिकीकरण होने से उन जिलों के मरीजों को वहीं बेहतर चिकित्सीय सुविधा मिल सकेगा जिससे उनका लोड एमजीएम पर न पड़े। मौके पर एसडीएम धालभूम, निदेशक डीआरडीए, विशेष पदाधिकारी जेएनएसी, एमजीएम उपाधीक्षक तथा अन्य उपस्थित थे।

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