
जमशेदपुर : राष्ट्रीय संविधान दिवस के अवसर पर जमशेदपुर को ऑपरेटिव कॉलेज जमशेदपुर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षकों के अलावा छात्र छात्राओं ने संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित महाविद्यालय के प्राचार्य डा अमर सिंह ने कहा कि अपने देश भारत में प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को राष्ट्रीय संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन वर्ष 1949 में पहली बार संविधान को अपनाने का प्रतीक है, जो 2 वर्ष, 11 महीने व 18 दिन में बनकर तैयार हुआ था। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ जिससे भारत एक संप्रभु गणराज्य बन गया। उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के जनक माने जाते हैं जो कि संविधान सभा के अध्यक्ष थे। उन्होंने कहा कि संविधान सभी नागरिकों को मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता की गारंटी देने के साथ सरकार व उसके कार्यों की रूपरेखा स्थापित करती है। यह दिन नागरिकों को लोकतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मान करने और उन्हें बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान का सम्मान और पालन करना हर भारतीय नागरिक का कर्तव्य है। इस मौके पर आदि भी उपस्थित थे। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन डा प्रभात कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में मंच पर प्राचार्य डा अमर सिंह, डा नीता सिन्हा,राजनीतिक शास्त्र के डा एस एन ठाकुर,डा ब्रजेश कुमार, डा रवि शंकर प्रसाद सिंह, डा भूषण कुमार सिंह, डा संजय यादव, डा आर के कर्ण, डा शालिनी शर्मा,बी एड हेड डा राजू ओझा, आदि उपस्थित थे। डा संजय यादव ने धन्यवाद ज्ञापन ने किया।

