बरसात में बीमारियां फैलने की आशंका, स्थानीय लोगों ने एसडीओ से लगाई गुहार
जमशेदपुर : गदड़ा एवं राहरगोड़ा के लोग इन दिनों राहरगोड़ा मेन रोड के किनारे खटाल संचालक यादव बंधुओं की दबंगई से परेशान है। राहरगोड़ा शिव काली मंदिर के समीप सड़क किनारे संचालित उक्त खटाल का गोबर एवं कूड़ा – कचड़ा सड़क एवं मंदिर के इर्द-गिर्द फैला हुआ है। जिससे लोगों के आने जाने एवं साथ ही मंदिर में पूजा करने आने वाले श्रद्धालुओं को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने कई बार खटाल संचालक को मंदिर के समीप एवं सड़क किनारे रखा गोबर एवं कचडा हटाने के लिए कहा। लेकिन संचालक के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। अब आलम यह है कि बरसात के समय में सड़क किनारे रखा गोबर सड़क पर बह रहा है। जिससे होकर ही लोगों को अपने घरों एवं श्रद्धालुओं को मंदिर में पूजा करने के लिए आना-जाना पड़ रहा है। वही लोगों के मन में यह भी डर समा गया है कि गोबर एवं गंदगी के कारण मच्छर जनित कई बीमारियां उत्पन्न होगी। जिसका शिकार लोगों को होना पड़ेगा। सोमवार को स्थानीय लोगों ने सामाजिक सेवा संघ के बैनर तले धालभूम अनुमंडल अधिकारी से इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया। जिससे लोगों को गोबर एवं गंदगी से निजात मिल सके। सामाजिक सेवा संघ के संयोजक राजेश सामंत ने बताया कि राहरगोड़ा मेन रोड के किनारे रेलवे की जमीन का अतिक्रमण कर वीरेश यादव, रविंदर यादव, धर्मेंद्र यादव और वीरेंद्र यादव की ओर से खटाल का संचालन किया जा रहा है। इस दौरान मवेशियों का गोबर सड़क किनारे एवं मंदिर के समीप इन लोगों की ओर से रखा गया है। जिसे हटाने के लिए कई बार मंदिर कमेटी एवं स्थानीय लोगों ने कहा। लेकिन इन लोगों ने इसे अनसुना कर दिया। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में लोग वैसे ही परेशान एवं डरे सहमे हैं। अब बरसात में अगर दूसरी बीमारियां पनपती हैं तो इसका खामियाजा आम लोगों को ही भुगतना पड़ेगा। कहा कि अगर प्रशासन इस मामले में जल्द कोई करवाई नहीं करती है तो मंदिर कमेटी एवं स्थानीय लोग आंदोलन को विवश होंगे। प्रतिनिधिमंडल में राजेश सामन्त के अलावे सोनू श्रीवास्तव, सुधाकर लोहरा, प्रदीप महतो, छोटे सरदार आदि शामिल थे।
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