JAMSHEDPUR -कुणाल षाड़ंगी की नसीहत – केंद्र सरकार पर आरोप लगाने से अच्छा है कि संसाधनों का समुचित इस्तेमाल सीखे राज्य सरकार
वैक्सीन की बर्बादी पर बिफ़री भाजपा ने झारखंड सरकार को घेरा, कुणाल षाड़ंगी ने कहा - 'नाच न जाने आंगन टेढ़ा'
jamshedpurएक तरफ जहां कोरोनो के खिलाफ जंग में कई राज्य केंद्र सरकार से वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कई ऐसे राज्य भी हैं जो कुल वैक्सीन का एक तिहाई से ज्यादा हिस्सा वे बर्बाद कर चुके हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार सभी राज्यों से अपील कर रहे है कि वैक्सीन की कम से कम बर्बादी करें। इस लिस्ट में सबसे ऊपर झारखंड और छत्तीसगढ़ का नाम है। बता दें कि दोनों ही राज्य लगातार कोरोना वैक्सीन की कमी का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे है। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, झारखंड को सप्लाई हुई कुल वैक्सीन का 37.3 प्रतिशत बर्बाद हुआ है, वहीं छत्तीसगढ़ को सप्लाई की गई वैक्सीन का 30.2 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी हुई है।
झारखंड में कोरोनारोधी टीका की बर्बादी और सार्थक उपयोग नहीं होने के मामले पर मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने राज्य की महागठबंधन सरकार पर एकबार फ़िर हमलावर हुई है। झारखंड प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता और लगातार कोरोना महामारी के बीच जरूरतमंदों के बीच सेवा के माध्यम से झारखंड के सोनू सूद की संज्ञा पा रहे नेता कुणाल षाड़ंगी ने वैक्सीन की बर्बादी पर चिंता ज़ाहिर किया है। कुणाल षाड़ंगी ने अपनी चिंता ने ट्विटर के मार्फ़त व्यक्त किया और झारखंड सरकार को वैक्सीन की बर्बादी के मसले पर आड़े हाथों लिया। इधर लगातार महागठबंधन सरकार की सहयोगी पार्टी कांग्रेस के कोटे से स्वास्थ्य मंत्री वैक्सीन की कमी का रोना रो रहे हैं और केंद्र सरकार पर झारखंड की उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने ट्विटर पर आंकड़ा प्रस्तुत करते हुए झारखंड सरकार को “नाच न जाने आँगन टेढ़ा” जैसे मुहावरे से नसीहतें दे डाली। टीकाकरण के दरम्यान वैक्सीन की बर्बादी का राष्ट्रीय औसत 6.3% है तो वहीं वैक्सीन को बर्बाद करने में 37.3% दर के साथ झारखंड अव्वल नंबर पर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े को साझा करते हुए भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने इसे घोर चिंताजनक और झारखंड के लिए शर्मनाक बताया। भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने नाम ना लेते हुए सूबे के आपदा प्रबंधन मंत्री को भी घेरा है। कहा कि प्रबंधन का महत्वपूर्ण गुर है “ऑप्टिमम यूटिलाइजेशन ऑफ़ रिसोर्सेज” अर्थात सीमित संसाधनों का बेहतर सर्वोच्च इस्तेमाल। आपदा प्रबंधन विभाग एवं झारखंड सरकार कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान में वैक्सीन की बर्बादी रोकने में पूर्णतया नाकाम रही है। अपनी नाकामी छिपाने के लिए सरकार के जिम्मेदार मंत्री केंद्र सरकार के विरुद्ध ‘ब्लेम-गेम’ खेल रहे हैं। झारखंड सरकार आपदा प्रबंधन में पूर्णतया नाकाम रही है। इन्हीं नाकामियों को छिपाने निमित्त केंद्र सरकार के विरुद्ध दोषारोपण और अनर्गल बयानबाजी की जा रही है। भाजपा ने माँग किया कि हेमंत सरकार केंद्र सरकार के स्तर से प्राप्त अबतक की कुल वैक्सीन का रिकॉर्ड आमजनों के मध्य साझा करें।
Comments are closed.