जमशेदपुर।
महापर्व छठ पर नदी, तालाबों एवं सार्वजनिक घाटों पर छठ महापर्व करने की संशोधित गाइडलाइंस जारी होना लोकआस्था का महाविजय है। यह झारखंड सरकार की हठधर्मिता, अतिचार और तुष्टिकरण की बड़ी बड़ी पराजय है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जमशेदपुर महानगर प्रवक्ता अंकित आनंद ने उक्त बातें कही। कहा कि जनाक्रोश, श्रद्धा और लोकआस्था ने राज्य की यू-टर्न सरकार को बैकफुट पर धकेल दिया। भाजपा नेता ने कहा कि छठ को लेकर जारी गाइडलाइंस का पहले दिन से ही जमशेदपुर से भाजपा सहित विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संगठनों ने ज़ोरदार विरोध किया था। सार्वजनिक रूप से घाटों पर महापर्व मनाने के आह्वाहन किये गये। यह सरकार को सीधी चुनौती थी कि जनता तुगलकी और अप्रासंगिक फरमानों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। जमशेदपुर से शुरू हुई ‘छठ तो घाट पर ही मनायेंगे चैलेंज’ को सोशल मीडिया पर जबरदस्त जनसमर्थन प्राप्त हुआ। भाजपा नेता अंकित आनंद ने इस अभियान की अगुआई करने के लिए सामाजिक संस्था भोजपुरी नवचेतना मंच समेत पहचान फाउंडेशन, प्रन्यास एनजीओ एवं विभिन्न सामाजिक, धार्मिक एवं राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के प्रति आभार जताया। कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छठ महापर्व पर गाइडलाइंस संशोधन की पुष्टि की है, जो श्रद्धालुओं के भारी विरोध के बाद संभव हुआ। अंकित आनंद ने कहा कि गाइडलाइंस संशोधन महापर्व पर लोकआस्था की महाविजय है।
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