जमशेदपुर -आनंद मार्ग की ओर से शहर में 50 औषधीय पौधे क्रोना वायरस संक्रमण से बचते हुए मोबाइल तरीके से पौधा वितरण किया गया
जमशेदपुर
पूरे विश्व में तेजी से फैल रही कोरोना वायरस के कुप्रभावऔर उससे उत्पन्न महामारी की स्थिति को देखते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से निशुल्क पौधा वितरण का प्रचार किया गया इस प्रचार से लोगों ने अपने पौधे की आवश्यकता को बताया प्रत्येक इलाके में घूम घूम कर लगभग 50 गिलोय त्रिफला का पौधा ( आंवला ,हरे ,बहेरा ) पथरकूची पौधा का वितरण किया गया आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP)जमशेदपुर की ओर निशुल्क पौधा वितरण कार्यक्रम क्रोना वायरस के दुष्प्रभाव के कारण सोशल डिस्टेंस, हंडगलप्स, एवं मास्क पहनकर शहर में घूम घूम कर सोनारी, टेल्को, बर्मामाइंस एवं कदमा इच्छा अनुसार लोगों के बीच पौधा वितरित किया गया प्रत्येक व्यक्ति को दो-तीन तरह के पौधे दिए गए इस कार्यक्रम में राकेश कुमार एवं सुनील आनंद का सहयोग रहा सुनील आनंद ने पर्यावरण के महत्व के विषय में बताते हुए कहा कि सन 1980 के बाद से धरती की सतह का औसत तापमान तकरीबन 1 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है नासा का कहना है कि यह गर्मी कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन ग्रीन हाउस गैसों और पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ के कारण उत्पन्न हुई है जंगलों की अंधाधुंध कटाई ने इस समस्या को गंभीर कर दिया है जो कार्बन डाइऑक्साइड पेड़-पौधे शोख लेते थे वह अब वातावरण में घुल रही है दूसरी ओर ब्रिटिश मौसम वैज्ञानिकों ने चेताया है कि अगले 5 साल पिछले 10 वर्षों के मुकाबले अधिक सर्वाधिक गर्म रहने वाले हैं तापमान बढ़ने का सीधा असर खेती किसानी पर पड़ेगा और पैदावार कम हो जाएगी कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि 1 डिग्री तापमान बढ़ने से पैदावार में 3 से 7 फ़ीसदी की कमी आ जाती है भारत में पर्यावरण को लेकर एक बड़ा खतरा पॉलिथीन और प्लास्टिक से भी है आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल जमशेदपुर की ओर से इस समस्या से उबरने के लिए एक छोटा सा प्रयास संस्था की ओर से की जा रही है *
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पृथ्वी की गर्मी को कम करने के लिए गमला में लगा एक पौधा भी सहायक हो सकता है
अगर इसी तरह का प्रयास पृथ्वी पर रहने वाले हर मनुष्य पर्यावरण को संतुलित करने के विषय में सोचेगा तो पृथ्वी पर पर्यावरण की समस्या आसानी से खत्म हो जाएगी और एक स्वस्थ समाज का निर्माण संभव हो पाएगा बीमार लोगों की संख्या भी कम हो जाएगी
*अगला मोबाइल पौधा वितरण कार्यक्रम 12 जुलाई रविवार को आयोजित किया गया
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