JAMSHEDPUR – नोआमुंडी में टाटा स्टील ने कार्यस्थल में सुरक्षा पर केंद्रित ‘वर्कमैन इंस्पेक्टर ओरिएंटेशन’ प्रोग्राम आयोजित किया
जमशेदपुर। टाटा स्टील में सुरक्षा पहल के साथ कदम मिलाते हुए ओर माइन्स एेंड क्वैरज (ओएमक्यू) डिवीजन, टाटा स्टील ने डीजीएमएस, चाईबासा के तत्वावधान में 10 दिवसीय “वर्कमेंस इंस्पेक्टर ओरिएंटेशन प्रोग्राम“ आरंभ किया। यह कार्यक्रम जेआरडीटीटीआई, नोआमुंडी में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर श्री सतीश कुमार, डायरेक्टर, माइंस सेफ्टी, चाईबासा रीजन श्री मनीष मिश्रा, जीएम, ओएमक्यू डिवीजन के साथ मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
इस 10 दिवसीय कार्यक्रम में चाईबासा खान क्षेत्र के विभिन्न खानों के 150 से अधिक प्रतिभागियों को कौशल विकास पर प्रशिक्षण दिया जाएगा और खानों में कार्यस्थल की निरीक्षण तकनीक को बढ़ाया जाएगा। पूरे प्रशिक्षण मॉड्यूल को 1955 के खान नियम के तहत डिजाइन किया गया है। इस नियम के अनुसार अपने सभी कर्मचारियों को नियमित रूप से कौशल उन्नयन प्रशिक्षण प्रदान करना एक जिम्मेदार कॉर्पोरेशन के लिए अनिवार्य है। जेआरडीटीटीआई में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इस क्षेत्र में अपने प्रकार का पहला कार्यक्रम है, जिसे खनन कार्यस्थल में सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए डीजीएमएस के समन्वय में गहनता से तैयार किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सभी वर्कमेन इंस्पेटरों के लिए 20 व्याख्यान और फील्ड विजिट आयोजित किये जायेंगे। समापन समारोह 2 नवंबर, 2018 को आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण 3 अलग-अलग धाराओं अर्थात खनन, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल में प्रदान किया जाएगा। इस कार्यक्रम को 2015 में शुरू किया गया था और तब से यह एक नियमित अभ्यास बन गया है।
नोआमुंडी में ऐसे प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला कार्यक्रमों का आयोजन करने के पीछे टाटा स्टील का उद्देश्य कार्यस्थल पर सुरक्षा सूचकांक को बढ़ाना है। यह न केवल अपने कार्य क्षेत्र में जागरूकता पैदा करने का प्रयास है, बल्कि यह दूसरों के लिए भी सीखने के दरवाजे खोलता है, ताकि खनन स्थानों पर दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
इस अवसर पर श्री मानस विश्वास, जीएम, सेल, गुआ श्री आर पी माली, चीफ, नोआमुंडी आयरन माइन, टाटा स्टील, श्री अनिल उरांव, हेड एडमिनिस्ट्रेशन (ओएमक्यू) डिवीजन, टाटा स्टील के साथ डीजीएमएस, चाईबासा रीजन के अन्य वरीय सरकारी अधिकारी आदि उपस्थित थे।
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