Indian Railways Irctc : यात्रीगण कृपया ध्यान दें! चक्रधरपुर रेल डिवीजन के इस स्टेशन में नही हैं शौचालय की व्यवस्था

719

रेल समाचार।

 

 

दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल डिवीजन के अन्तगर्त  आने वाला टाटानगर –मुबई रेल खंड में पड़ने वाला  आदित्यपुर स्टेशन का इन दिनों विकासत्मक कार्य किए जा रहे है। इसके लिए पुराने भवनों को तोड़ कर नया भवन बनाया जा रहा है। लेकिन बिना वैकल्पिक व्यवस्था के शौचालय तोड़ दिए जाने से यात्रियों को  काफी परेशानी करना पड़ रहा है । खासकर महिला यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।  यही नहीं इसको लेकर स्थानिय लोगो ने  पिछलें दिनों आदित्यपुर स्टेशन के दौरा के क्रम में चक्रधऱपुर के  डी आर एम को ज्ञापन सौप कर शौचालय की व्यवस्था करने की मांग की थी।लेकिन  इस पर अभी तक कोई कारगार कदम नहीं उठाया गय़ा है।

औधोगिक क्षेत्र होने के कारण काफी संख्या यात्री इस स्टेशन में उतरते है

आदित्यपुर स्टेशन काफी महत्व हैं। फिलहाल यहां पर कई लोकल ट्रेन के साथ साथ एक एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव हो रहा है। आदित्यपुर में काफी संख्या में औधोगिक इकाईया है । यहां काम करने काफी संख्या में आस पास इलाके से लोग आते जाते है।यही नही दो एक्सप्रेस ट्रेन ठहराव होने  के कारण भी लोग इस स्टेशन आकर ट्रेंन पक़ड़ते है।

क्या कहते हैं स्थानिय लोग

इस सबंध में स्थानिय सुरेशधारी ने बताया कि आदित्यपुर स्टेंशन  का अलग ही महत्व है। इस स्टेंशन में सुविधाए अंदोलन से बहाल की गई थी।लेकिन अभी स्टेशन के निर्माण सभी सुविधाए को तोड़ दिया गया है। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं । उन्होनें कहा कि आदित्यपुर औधोगिक क्षेत्र होने की कारण आस पास  ग्रामीण क्षेत्रों से कई लोग ट्रेन से काम करने आते है। लेकिन दो साल से विकास के नाम पर शौचालय को तोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर डी आर एम को भी अवगत कराया गया था। लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी अभी तक इस दिशा में कोई कदम नही उठाया गया है।जो की दुर्भाग्यपूर्ण हैं।

स्थानिय समरेन्द्र तिवारी ने बताया कि विकास इस  स्टेशन का निर्माण स्थानिय लोगो के अंदोलन के कारण हुआ। यही नहीं अंदोलन के कारण कई ट्रेनों को ठहराव दिया गया।लेकिन अब इस स्टेशन का रेल प्रशासन नजरअंदाज किया जा रहा है। विकास के नाम पर शौचालय के बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए तोड़ दिया गया है। इस लिए रेल प्रशासन इस मामले में पहल करे।और यात्रियों की सुविधा को देखते हुए जबतक स्टेशन  का निर्माण नही होता है। तब तक शौचालय की व्यवस्था करे। उनका दावा है कि रेलवे को इस स्टेशन से काफी राजस्व भी प्राप्त होता है।

श्रीनिवास ने कहा है कि आदित्यपुर स्टेशन  पूरान भवन रहते हुए भी नया भवन का निर्माण किया जा सकता था। लेकिन  विकास के नाम पर शौचालय के भवन को तोड़ दिया गया है।इसलिए शौचालय को बनाया जाए।

 

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More