Indian Railway Reservation : 36 साल का हुआ रेलवे का आरक्षण प्रणाली, ये था इतिहास
रेलवे ने आज ही यानी 19 फरवरी 1986 शुरू की थी कंप्यूटर से टिकट बुक करने की प्रणाली
रेल समाचार।
भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने आज ही के दिन यानी 20 फरवरी 1986 को कंप्यूटर से रेलवे टिकट आरक्षण प्रणाली की शुरुआत की थी। इससे पहले टिकट बुकिंग काउंटर में रेलवे क्लर्क हुआ करते थे। इसके साथ ही भारतीय रेलवे (Indian Railway) का टिकट आरक्षण प्रणाली आज 36 साल का हो गया हैं। भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने आज ही के दिन यानी 19 फरवरी 1986 को कंप्यूटर से रेलवे टिकट आरक्षण प्रणाली की शुरुआत जो कि नई दिल्ली से हुई. थी। इससे पहले टिकट बुकिंग काउंटर में रेलवे क्लर्क हुआ करते थे, जो रजिस्टर देखकर ट्रेन में खाली बर्थ की जानकारी देते। इसके लिए लंबी-लंबी कतारें लगा करतीं. लेकिन कंम्प्यूटर के इस्तेमाल के बाद रेलवे के इस काम में बड़ी सरलता हो गई।
पुराने दिनों की सुनहरी यादें!
36 साल पहले आज ही के दिन 1986 में भारतीय रेल द्वारा कंप्यूटर से रेलवे टिकट आरक्षण प्रणाली की शुरुआत की गई थी।
19 फरवरी, 1986 pic.twitter.com/9AXgPkTgWK
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) February 19, 2022
पहले मैनुअल होता था रेलवे रिजर्वेशन
आपको बता दे कि इससे पहले मैनुअल आरक्षण हुआ करता था, जो लगभग काफी पुराना था। पहले लोगो को इसके लिए लोगों को पहले एक फॉर्म भरना होता था। अगर किसी एक तारीख पर आरक्षण न मिल रहा हो तो अगली ताऱीख को देनी पड़ती थी। इसके बाद भरा हुआ फॉर्म लेकर कतार में लगना होता था, जो खासी लंबी हुआ करती। इस कारण लोगो को यात्रा के लिए काफी पहले से प्लान करते थे।
इसके बाद भी प्रक्रिय भी आसान नहीं थी। काउंटर पर टिकट बुकिंग क्लर्क हुआ करते, जो रजिस्टर देखकर ट्रेन में सीट की उपलब्धता बताते. यानी फॉर्म भर लंबी कतार पार करने के बाद ये भी हो सकता था कि टिकट आसपास के दिनों में उपलब्ध ही न हो। तब नए सिरे से सारी तैयारिया करनी पड़ती।यही नहीं रेलवे ने अलग अलग स्टेशनों के लिए अलग- अलग बर्थ कोटा उपलब्ध कराया था। इसकारण लोगो को टिकट मिलनें में काफी परेशानी होती थी।
Comments are closed.