रांची : जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए रोमांचक वनडे मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 17 रन से हराकर सीरीज में मजबूत वापसी की। मैच की शुरुआत से लेकर अंत तक दर्शकों की धड़कनें तेज रहीं, क्योंकि दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। लेकिन निर्णायक पलों में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार अनुशासन और साहस दिखाते हुए टीम इंडिया को एक यादगार जीत दिलाई।
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बोर्ड पर एक चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। पारी की शुरुआत धीमी रही, लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने समझदारी से खेलते हुए महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाईं। बल्लेबाजों ने परिस्थिति के अनुसार स्ट्राइक रोटेशन और बड़े शॉट्स का सही मिश्रण दिखाया, जिसकी बदौलत भारत एक सम्मानजनक लक्ष्य तक पहुँचा। रांची की पिच पर रन बनाना आसान नहीं था, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने धैर्य नहीं खोया और संयमित खेल पेश किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम ने आक्रामक शुरुआत की और शुरुआती ओवरों में भारतीय गेंदबाजों पर दबाव भी बनाया। लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, भारतीय गेंदबाजों ने अपनी लय पकड़ी। स्पिन और पेस—दोनों विभागों ने मिलकर लगातार अंतराल पर विकेट चटकाए। खासकर मध्य ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने सटीक लाइन-लेंथ से अफ्रीकी बल्लेबाजों को धीमा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज लक्ष्य तक पहुँचने के बेहद करीब आ चुके थे और मैदान में मौजूद दर्शकों के बीच रोमांच अपने चरम पर था। लेकिन निर्णायक ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने दबाव में धैर्य रखते हुए बेहतरीन वापसी की। अंतिम 4–5 ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने रन रोकने के साथ-साथ महत्वपूर्ण विकेट निकालकर मैच को भारत की झोली में डाल दिया।
टीम इंडिया की इस जीत ने रांची के क्रिकेट प्रेमियों का दिल खुश कर दिया। पूरे मैच के दौरान स्टेडियम में उत्साह का माहौल रहा और जीत के बाद दर्शक तालियों और नारों से गूंज उठे। घरेलू धरती पर मिली यह जीत भारतीय टीम के लिए मनोबल बढ़ाने वाली साबित हुई है।

