रांची: ओलंपिक खेल टोक्यो 2020 की शुरुआत के मौके पर जापान इंटरनेशनल कॉपरेशन एजेंसी (जायका) ने आशा जताई है कि भारतीय खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे और खेलों के साथ-साथ जापान में रहने का भी मजा लेंगे।
जायका ने खेलों के ज़रिए अंतरराष्ट्रीय समाज के प्रति अपने योगदान को बढ़ाने के लिए जापानी ओलंपिक समिति (जेओसी) के साथ किए समझौते को लेकर प्रतिबद्धता जताई। खेलों के ज़रिए भारत में सामाजिक विकास को मजबूत बनाने के जायका के प्रयासों पर महामारी का बहुत असर हुआ है । जायका अपने मिशन के तहत जापान ओवरसीज कॉपरेशन वालंटियर्स (जेओसीवी) के ज़रिए खेल और विकास से जुड़ी परियोजनाएं चला रहा है।
भारत उन पहले देशों में से एक है जहां वर्ष 1966 में जेओसीवी कार्यक्रम शुरू हुआ था और तब से 200 से ज़्यादा वालंटियर्स को भारत भेजा जा चुका है।
जायका इंडिया के प्रमुख प्रतिनिधि, मात्सुमोतो कात्सु ने कहा, “मैं टोक्यो ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले रहे भारतीय खिलाड़ियों को बधाई देता हूं और उनकी सफलता की कामना करता हूं। जायका का मिशन पूरी दुनिया में खेलों को बढ़ावा देना है, ताकि भारतीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के समाजों के निर्माण में मदद मिल सके। हमारे जेओसीवी कार्यक्रम ने भारत में स्कूली बच्चों को तैराकी और जापानी मार्शल आर्ट जूडो सिखाने में बहुत मेहनत की है, क्योंकि हम सामाजिक विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के मामले में खेलों के मौलिक मूल्यों पर विश्वास करते हैं।”
अपनी “स्पोर्ट्स फॉर टुमारो” पहल के तहत जापान पब्लिक और प्राइवेट भागीदारी के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय योगदान और एक्सचेंज कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। इसके तहत 100 से ज़्यादा देशों के 10 मिलियन से ज्यादा लोगों के बीच पहले ही खेल और एंटी-डोपिंग कार्यक्रमों का प्रचार किया जा रहा है।
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