◆ लक्ष्मीनगर, झगरू बागान में बच्चों के मध्य पाठ्य सामग्री वितरित
◆ मुसाबनी में केंद्रीय विद्यालय के क्लास छह के छात्र को मिली पाठ्य पुस्तकें
JAMSHEDPUR
निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार कानून वाले इस देश में एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि काफ़ी तादाद में बच्चें अर्थ अभाव में पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं। कोरोना ने निम्न मध्यम वर्गीय परिवार की मुश्किलें और बढ़ा दी है। कई होनहार नौनिहाल पैसों के अभाव में पढ़ाई से वंचित हो गये हैं। शिक्षा का अधिकार के तहत पात्र लाभुक श्रेणी के बच्चों के लिए पढ़ाई का तो प्रावधान है, किंतु निज़ी स्कूलों में उन्हें किताबों की मदद नहीं मिलती। इस अव्यवस्था को बदलने की पावन सोच के साथ जमशेदपुर महानगर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने ऐसे होनहार नौनिहालों तक किताब पहुंचाने में मदद का हाथ बढ़ाया जो परिवार की वित्तीय स्थिति कमज़ोर होने के कारण पढ़ाई से वंचित रह गये। “शिक्षा जीवन के लिए, जीवन वतन के लिए” के शास्वत सोच से प्रेरणा लेते हुए भाजपा नेता दिनेश कुमार ने इस अभियान की शुरुआत की है। पूर्वी विधानसभा के लक्ष्मीनगर, प्रेमनगर, झगरू बागान के अभिवंचित बच्चों के मध्य दिनेश कुमार के सहयोग से निःशुल्क पाठ्य सामग्री का वितरण हुआ। बजरंग दल से जुड़े कार्यकर्ताओं ने बस्ती के बच्चों की पढ़ाई को लेकर पूर्व महानगर भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार का ध्यानाकर्षित कराया था। इसपर पहल करते हुए दिनेश कुमार ने वैसे जरूरतमंद बच्चों के लिए कॉपी, और जरूरी स्टेशनरी सामग्रियां मुहैया कराई। विहिप और बजरंग दल से जुड़े कार्यकर्ता विश्वनाथ, सन्नी चौधरी, सूरज झा, अभय, रौशन, संतोष ने बस्ती के बच्चों के मध्य इन पाठ्य सामग्रियों का वितरण करते हुए दिनेश कुमार के प्रति आभार जताया। दूसरी ओर, घाटशिला विधानसभा अंतर्गत सूरदा स्थित केंद्रीय विद्यालय के छठी कक्षा के छात्र अनूप करुआ को दिनेश कुमार ने पाठ्य पुस्तकों का मदद पहुंचाया। भारतीय प्रशासनिक सुधार एवं जनशिकायत परिषद संस्था की उपाध्यक्ष मौसमी भगत ने ट्विटर पर इस बच्चे की मदद के लिए दिनेश कुमार से आग्रह किया था। आर्थिक संकट से जूझ रहे छात्र के अभिभावक उसकी पाठ्यपुस्तक खरीदने में असामर्थ्य थें। वे मुसाबनी के बेनाशोल गाँव में रहते हैं। दिनेश कुमार के सहयोग से मंगलवार को मौसमी भगत ने स्वयं बच्चे को कक्षा छह की पाठ्य पुस्तक सुपुर्द किया और इस मदद के लिए दिनेश कुमार के प्रति कृतज्ञता प्रकट किया,मौसमी भकत ने बताया कि बच्चे को अभी भी मोबाइल की आवश्यकता है ताकि ऑनलाइन क्लास कर सके।
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