JAMSHEDPUR एनएसयूआई के निष्काषित कार्यकर्ताओं को भाजपा ने दिया पार्टी में शामिल होने का न्योता, कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का लगाया आरोप।
■ राष्ट्र निर्माण में साथ आने वाले साथियों का भाजपा में स्वागत: गूँजन यादव
जमशेदपुर। कांग्रेस की छात्र ईकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के पूर्वी सिंहभूम जिले के अधिकारिक ग्रुप में जय श्री राम बोलने पर सात कांग्रेस कार्यकर्ताओं के निष्कासन पर भाजपा जमशेदपुर महानगर ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। भाजपा ने कार्यकर्ताओं पर की गई कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया। भाजपा ने इस मुद्दे पर निष्काषित कांग्रेस कार्यकर्ताओं का पुरजोर समर्थन करते हुए उन्हें भाजपा में आने का न्योता दिया है। मंगलवार को भाजपा महानगर अध्यक्ष गूँजन यादव ने प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर कहा कि केवल तुष्टिकरण की राजनीति के कारण कांग्रेस ने जय श्री राम कहने वाले कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की है। भाजपा जिलाध्यक्ष ने सभी निष्काषित छात्रों को भाजपा में शामिल होने का निमंत्रण देते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में साथ आने वाले सभी सनातनी मित्रों का भाजपा स्वागत करेगी। ऐसे में छात्र कमल अग्रवाल समेत अन्य युवा साथी भाजपा में शामिल होकर खुले मन के साथ सनातनी विचारधारा को मजबूत कर सकते हैं। जिलाध्यक्ष गूँजन यादव ने कांग्रेस पर वोट बैंक पॉलिटक्स करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने समय- समय पर प्रभु श्रीराम का अपमान कर करोड़ों देशवासियों की आस्था पर चोट किया है। सैकड़ों वर्षों से अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण में कांग्रेस ने रोड़े अटकाए। यहां तक कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के अस्तित्व को ही काल्पनिक बता दिया। कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति में अंधी हो चुकी कांग्रेस पार्टी हिन्दू भावनाओं को आहत करने को अपनी उपलब्धि मानती है, परंतु सच तो यह है कि ऐसी मानसिकता ही उसके पतन का सबसे बड़ा कारण बनेगा।
राम के देश मे राम का नाम लेना गुनाह, कांग्रेस कर रही धार्मिक स्वतंत्रता का हनन: प्रेम झा
भाजपा महानगर प्रवक्ता प्रेम झा ने कांग्रेस द्वारा एनएसयूआई के सात सदस्यों पर की गई कार्रवाई को धार्मिक स्वतंत्रता का हनन बताया। अधिकार के तहत कोई किसी व्यक्ति अपने धर्म के प्रति श्रद्धा और विश्वासों को स्वतंत्रतापूर्वक प्रकट कर सकता है। उन्होंने कहा कि हिन्दू विरोधियों को प्रभु श्रीराम का नाम सुनते ही धर्मनिरपेक्षता खतरे में पड़ते दिख जाती है। कांग्रेस पार्टी ने भगवान श्रीराम को अपमानित करने और उनके मंदिर निर्माण में रोड़े अटकाने की साजिशें लगातार की है। ताकि एक खास संप्रदाय को खुशकर उनका वोट हासिल कर सके। वे प्रभु श्रीराम से कितना नफरत करते हैं, उसका एक और सबूत शहर में देखने को मिला है। उन्होंने पूछा है कि क्या राम के देश मे प्रभु श्रीराम का नाम लेना गुनाह है क्या?
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