चांडिल/सरायकेला।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती और बाल दिवस के उपलक्ष्य में नारायण आईटीआई लुपुंगडीह, चांडिल में मंगलवार को हर्षोल्लास और गरिमापूर्ण माहौल में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। संस्थान परिसर सुबह से ही उत्साह, रंग-बिरंगी सजावट और बच्चों की खुशियों से सराबोर नजर आया।
दीप प्रज्वलन से शुरू हुआ कार्यक्रम
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक रूप से दीप प्रज्वलन और पंडित नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण के साथ की गई। संस्थान के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने ‘चाचा नेहरू’ को याद करते हुए बाल दिवस के महत्व पर अपनी बात रखी।
मुख्य अतिथि जटाशंकर पांडे ने छात्रों को दिया प्रेरक संदेश
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संस्थान के संस्थापक डॉ. जटाशंकर पांडे उपस्थित रहे।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पंडित नेहरू ने आधुनिक भारत की नींव रखी और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सदैव कार्य किया।
उन्होंने छात्रों को शिक्षा, अनुशासन, लक्ष्य निर्धारण और चरित्र निर्माण के महत्व के बारे में प्रेरित किया।
उन्होंने यह भी कहा कि युवा ही राष्ट्र की शक्ति हैं और उन्हें अपनी प्रतिभा का विकास ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए।
बच्चों ने दी मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण छात्र-छात्राओं की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ रहीं। बच्चों ने नेहरू जी के व्यक्तित्व, बाल दिवस के महत्व और बच्चों के अधिकारों पर प्रभावशाली भाषण दिए।
इसके अलावा गीत, कविता, नृत्य और सामूहिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को जीवंत और भावनात्मक बना दिया।
बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था, और दर्शक बार-बार तालियों से उनका हौसला बढ़ाते नजर आए।
शिक्षकों ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
कार्यक्रम के सफल आयोजन में संस्थान के सभी शिक्षकगणों की महत्वपूर्ण भूमिका रही —
शांतिराम महतो, प्रकाश महतो, देवाशीष मंडल, शुभम साहू, पवन कुमार महतो, अजय कुमार मंडल, संजीत महतो, कृष्ण पद महतो और मोहन सिंह ने विभिन्न जिम्मेदारियों का उत्कृष्ट निर्वहन किया।
उनके सहयोग और मार्गदर्शन से कार्यक्रम सहज, अनुशासित और प्रभावशाली रूप से संपन्न हुआ।
बच्चों की भारी भागीदारी ने बनाया कार्यक्रम खास
बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी विशेष बना दिया।
सभी बच्चों ने बाल दिवस को आनंद, सीख और रचनात्मकता के साथ मनाया।
अंत में, छात्रों और शिक्षकों के सामूहिक प्रयासों के लिए संस्थान प्रशासन ने सभी का आभार व्यक्त किया।

