सुधेश कुमार
सरायकेला।
चांडिल थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति ने इस लिए आत्महत्या कर ली क्योकि कुछ लोगो ने उसे डायन करार देकर पांच पांच हजार का जुर्माना लगाया था। वही इस मामले मे पुलिस ने मृतक के पुत्र के बयान पर तीन लोगो को हिरासत मे लेकर जेल भेज दिया है।
इस मामले को लेकर चांडिल थाना परिसर में सोमवार को प्रेस बार्ता को संबोधित करते हुये अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संदीप भगत ने बताया कि काटिया गांव निवासी कांेका मांझी को गांव के ही लोदो मांझी ने कोंका मांझी को डायन कहा था और इसके बाद गांव में पंचायती हुआ था. पंचायती होने के बाद कोंका मांझी व एक अन्य महिला को डायन बताकर पांच पांच हजार रुपये का जुर्माना लगया गया था. जिसका सदमा कोंका मांझी सह नहीं पाया आर जहर लिया. जिसका इलाज के दौरान शनिवार को एमजीएम में मौत हो गया. मृत्य कोंका मांझी के बेटा गुरचु मांझी ने सकाची थाना में बयान पर गांव के लोदो मांझी व ग्रामीणों पर आरोप लगाया कि उसके पिता को डायन कहा था. जिसका सदमा सह नहीं पाया और आत्म हत्या कर लिया. श्री भगत ने बताया कि मामला का अनुसंधान करने के क्रम में लोदो मांझी को गिरफतार किया गया. लोदो मांझी के बयान मेें बताया कि काटिया गांव के ओझा (तांत्रिक) लखीकांत बेसरा एंव प्रफुल्ल लायेक द्वारा ही मृत्यक को डायन चिन्हित किया था. अनुसंधान के क्रम में पता चला कि लोदो मांझी कि भगनी विगत एक माह से बीमार है, उसका इलाज के बजाय उसे झाड़फंुक किया और सप्ताह भर से उसे सीनी के जोजो गांव में तांत्रिक के घर में रखा गया है. उन्होने कि कहा पुलीस अधिक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चांडिल, थाना प्रभारी आदिकांत महतो, महिला थाना प्रभारी सरायकेला क्रांति देवी का टीम बनाकर नवालिक लड़की को बरामद किया गया. तथा उसका इलाज सदर अस्पताल सरायकेला में करवाया गया. उसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे एमजीएम भेज दिया गया. चांडिल पुलिस ने लोदो मांझी, तांत्रिक लखीकांत बेसरा एंव प्रफुल्ल लायेक को गिरफतार कर जेल भेज दिया. अनुमंडल पदाधिकारी अर्चना मेहता ने कहा कि किसी को डायन कहना कानुन अपराध है. डायन प्रथा को रोकने के लिए आम नागरिको को जागरुक होना पड़ेगा. मौके पर थाना प्रभारी उपस्थित थे.
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