Chaibasa news:सोनिया गांधी और राहुल गांधी अग्नि परीक्षा से और ओजस्वी होकर उभरेंगे : कांग्रेस

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चाईबासा : देश को गुमराह करने के लिए आए दिन मुद्दों को भटकाने की राजनीति की माहिर मोदी सरकार बदले की भावना में अंधी हो गयी है इस बार उन्होंने एक कायराना व डरपोक साजिश रची है। नेशनल हेराल्ड मामले में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी व राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से सम्मन जारी करवाया है कांग्रेस पार्टी एक सजग राजनैतिक दल है पार्टी कानून एवं संविधान सम्मान करती है इसलिए कांग्रेस बदनीयती से की गयी इस कारवाई का विरोध करते हैं।
झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमिटी , प०सिंहभूम के तत्वाधान में कार्यकारी जिलाध्यक्ष अम्बर रायचौधरी के नेतृत्व में सोमवार को समाहरणालय , प०सिंहभूम के बाहर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर राज्यपाल , झरखण्ड द्वारा उपायुक्त , प०सिंहभूम के माध्यम से छह सूत्री ज्ञापन प्रेषित किया गया ।

प्रेषित छह सूत्री ज्ञापन निम्म्वत है :-

1. नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की स्थापना पं. जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, पुरुषोत्तम टंडन, आचार्य नरेंद्र देव, रफी अहमद किदवई और अन्य नेताओं द्वारा वर्ष 1937 में की गई, ताकि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड नामक कंपनी को स्थापित करके देश में स्वतंत्रता आंदोलन को आवाज दी जा सके। 1942 से 1945 तक अंग्रेजों द्वारा “भारत छोड़ो’ आंदोलन के दौरान इस समाचार पत्र को प्रतिबंधित कर दिया गया था, जिसे महात्मा गांधी रणराष्ट्रीय य आंदोलन के लिए एक त्रासदी के रूप में वर्णित किया था।
इस समाचार पत्र की संपादकीय उत्कृष्टता के बावजूद नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र निरंतर आर्थिक रूप से‍ -घाटे में जाता गया, जिसके परिणाम स्वरूप इसके द्वारा देय बकाया राशि 90 करोड़ रुपए तक पहुं चगई। इस संकट में फंसे नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की सहायता के लिए कांग्रेस पार्टी ने वर्ष 2002 से लेकर 2011 के दौरान लगभग “100 किश्तों में इसे 90 करोड़ रुपये का ऋण दिया। इसमें महत्वपूर्ण ध्यान देने वालन यति यह है कि इस 90 करोड़ रुपए की राशि में से नेशनल हेराल्ड ने 67 करोड़ रुपए अपने कर्मचारियों के वेतन और वीआरएस का भुगतान करने के लिए उपयोग किए और बाकी की राशि बिजली शुल्क, गृह कर, किरायेदारी शुल्क और भवन व्यय आदि जैसी सरकारी देनदारियों के भुगतान के लिए इस्तेमाल की गई।
बीजेपी में बैठे लोग और उनके हितैषी, जो कि नेशनल हेराल्ड को दिए गए इस 90 करोड़ रुपये के ऋण को अपराधिक कृत्य के रूप में मान रहे हैं. ऐसा वह विवेकहीनता और दुर्भावना से अभिप्रेत होकर कह रहे हैं। यह सर्वथा अस्वीकार्य है।

2. किसी भी राजनीतिक दल द्वारा ऋण देना भारत में किसी भी कानून के तहत एक आपराधिक कृत्य नहीं है। फिर, कांग्रेस पार्टी द्वारा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (1937 से कांग्रेस पार्टी से निकटता से जुड़ी और कांग्रेस की विचारधारा का समर्थन करने वाली कंपनी) को समय-समय पर कुल 90 करोड़ रुपये का ऋण देना कैसे एक आपराधिक कृत्य माना जा सकता है? इस ऋण को विधिवत रूप से कांग्रेस पार्टी के खातों की किताबों में दर्शाया गया था, जिसका विधिवत लेखा-जोखा किया गया और भारत के चुनाव आयोग को प्रस्तुत भी किया गया। यहां तक कि चुनाव आयोग ने दिनांक 06.11.2012 के अपने एक पत्र के माध्यम से सुब्रमण्यम स्वामी को यह स्पष्ट करते हुए लिखा था कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो किसी राजनीतिक दल द्वारा खर्च को प्रतिबंधित या नियंत्रित करता हो। इस प्रकार, स्वामी/भाजपा द्वारा लगाया गया आपराधिक कृत्य का आरोप स्पष्ट रूप से असत्य है।

3. नेशनल हेराल्ड को दिया गया यह 90 करोड़ रुपए का ऋण नेशनल हेराल्ड और उसकी मूल कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड द्वारा चुकाना संभव नहीं था। इसलिए, इस 90 करोड़ रुपए के ऋण को एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के इक्विटी शेयरों में परिवर्तित कर दिया गया था। चूंकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इक्विटी शेयरों का स्वामित्व अपने पास नहीं रख सकती थी, इसलिए इस इक्विटी को सेक्शन-25 के अंतर्गत स्थापित “यंग इंडियन’ नामक नॉट-फॉर प्रॉफिट कंपनी को आवंटित कर दिया गया। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, स्वर्गीय ऑस्कर फर्नांडीस, स्वर्गीय मोतीलाल वोरा, सुमन दुबे आदि इस “नॉट-फॉर प्रॉफिट कंपनी की प्रबंध समिति के सदस्य हैं। “नॉट-फॉर प्रॉफिट की अवधारणा पर स्थापित किसी भी कंपनी के शेयर धारक/प्रबंध के प्रॉफिट’ समिति के सदस्य कानूनी रूप से कोई लाभांश, लाभ, वेतन या अन्य वित्तीय लाभ नहीं ले सकते हैं। इसलिए, सोनिया गांधी , राहुल गांधी या श्यंग इंडियनश में किसी अन्य व्यक्ति द्वारा किसी भी प्राप्ति या वित्तीय लाभ का प्रश्न हीनहीं उठता। इसलिए स्वामी/भाजपा का अवैध प्राप्ति या लाभ या वित्तीय अर्जन का दावा स्वाभाविक रूप से असत्य है।

4. नेशनल हेराल्ड की समग्र आय और सभी संपत्तियां एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की अनन्य संपत्ति बनी हुई हैं। कारण बहु तसरल है। संपत्ति का स्वामित्व कंपनी, यानी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के पास है, किसी शेयर धारक के पास नहीं। एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की किसी भी चल या अचल संपत्ति को किसी ने भी स्थानांतरित नहीं किया है और न ही “यंग इंडियन’ ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड से एक भी रुपया निकाला है। भले ही”यंग इंडियन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को नियंत्रित करता है (क्योंकि इसके पास इसके 99 प्रतिशत शेयर हैं), यह अपने प्रबंध समिति के किसी भी सदस्य को एक भी रुपया नहीं दे सकता क्योंकि यह एक नॉट-फॉर प्रॉफिट कंपनी है।
भले ही अगर प्रबंध समिति के सदस्यों द्वारा “यंग इंडियन कंपनी का परिसमापन / बंद कर दिया जाता है, तो भी इससे प्राप्त सकल आय केवल नॉट-फॉर प्रॉफिट कंपनी को ही जा सकती है और कानूनी रूप से इसे शेयर धारकों/प्रबंध समिति के सदस्यों के बीच वितरित नहीं किया जा सकता है। वास्तव में, यह एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की परिसंपत्तियों/ संपत्तियों की हमेशा के लिए रक्षा करता है क्योंकि इसकी संपत्ति को कभी भी निजी व्यक्तियों द्वारा बेचा और उपयोग नहीं किया जा सकता है और यह हमेशा एक “कोई लाभ नहीं की अवधारणा पर स्थापित कंपनी के पास रहेंगी। इन परिस्थितियों में किसी आपराधिक कृत्य या निजी लाभ पाने का प्रश्न ही कहां उठता है?

5. सोनिया गांधी, राहुल गांधी और हमारे नेतृत्व का इरादा बड़ा स्पष्ट है। इरादा स्पष्ट रूप से यह सुनिश्चित करने का है कि नेशनल हेराल्ड, जो कांग्रेस पार्टी की विरासत का प्रतीक है, उसके मूल्य हमेशा जीवित रहें और हमारे आदर्शों और सिद्धांतों को व्यक्त करने में नेशनल हेराल्ड हमारी आवाज बना रहे।

6. यह सत्य की लड़ाई है, सत्य की हमेशा विजय हुई है और इस बार भी होगी। राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व इस अग्निपरीक्षा से और ओजस्वी होकर उभरेंगे।

सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करने एवं ज्ञापन प्रेषित करने वालों में कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अम्बर रायचौधरी , युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रितम बांकिरा , सांसद प्रतिनिधि त्रिशानु राय , राज कुमार रजक , विश्वनाथ तामसोय , राकेश कुमार सिंह , जितेन्द्र नाथ ओझा ,मुखिया मांझी राम जोंको , सेवादल मुख्य संगठक लक्ष्मण हासदा , वरीय कांग्रेसी कृष्णा सोय , जंग बहादुर , मनोज कुमार भंसाली , प्रखंड अध्यक्ष दिकु सावैयां , विजय सिंह सामड , चंद्रमोहन गौड़ , नगर अध्यक्ष मुकेश कुमार , युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष संदीप सन्नी देवगम , ओबीसी प्रकोष्ठ के मासूम रजा , सिकुर गोप , सिंगराय गोप , प्रखंड उपाध्यक्ष आर्यन हासदा ,
सुखलाल हेम्ब्रम , विक्रमादित्य सुंडी , बसंत तांती , धर्मेन्द्र कुमार साह , बिरसा कुंटिया , राजू कारवा , रुप सिंह बारी , सन्नी रॉबर्ट अन्थोनी , प्रतिक कुमार आदि उपस्थित थे ।

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