चाईबासा।चाईबासा शहर की पहचान कोल्हान प्रमंडल मुख्यालय के रूप में हुआ करती है। पर वर्तमान में
चाईबासा शहर गड्ढों के शहर के नाम से चर्चित हो रहा है। कारण कुछ और नहीं नियमों की अनदेखी कर विगत कुछ वर्षों में अंडरग्राउंड केबलिंग किए जाने ,विभिन्न प्रकार के टेलीकॉम कंपनियों के तार बिछाए जाने एवं जलापूर्ति योजना को लेकर खोदे गए गड्ढों के कारण शहर के आम जनमानस त्राहिमाम कर रहे हैं। ऐसा कोई दिन नहीं की शहर 8 -10 लोग मार्ग में व्याप्त गड्ढों में गिरकर चोटिल होने के बाद सरकारी अस्पताल या निजी नर्सिंग होम नहीं जा रहा है। वही बरसात आगमन के साथ ही सड़कों के गड्ढों के समतलीकरण नहीं कराए जाने को लेकर स्थिति भयावह हो रही है। ऐसी बात नहीं है कि जिला प्रशासन द्वारा पहले के लिए विगत 20 जून को उपायुक्त प.सिंहभूम अनन्या मित्तल व डीडीसी संदीप बक्शी द्वारा समाहरणालय सभाकक्ष में चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा की उपस्थिति में पथ निर्माण विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता एवं नगर परिषद चाईबासा के कार्यपालक पदाधिकारी की मौजूदगी में सड़कों में व्याप्त गड्ढों के समतलीकरण एवं इस पर व्यापक पहल को लेकर निर्देश दिए गए थे। पर 1 माह बीत जाने के बाद भी सड़कों में व्याप्त गड्ढे वैसे के वैसे ही हैं। वही शहर के मुख्य मार्गो में विगत कई माह लोहे के विशाल पाइप बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित कर रहे हैं।
चाईबासा शहर के गांधी टोला, गांधी मैदान के समीप, पोस्ट ऑफिस चौक सदर बाजार के अलावा अन्य वार्डों में सड़कों मैं व्याप गड्ढों के समतलीकरण नहीं कराए जाने से शहर की सूरत बिगड़ रही है।
वर्तमान में शहर के मुख्य मार्गों के साथ-साथ अन्य मार्गों में व्याप्त गड्ढों के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। इसको लेकर पूर्व में कई बार संबंधित विभाग से पत्राचार किया गया है। गड्ढों में गिरकर लोग चोटिल हो रहे हैं। इस संबंध में जल्द से जल्द पहल करना आवश्यक है।वहीं विभिन्न मार्गों में सूखे पेड़ों के कटाई को लेकर डीएफओ को पत्र भी लिखा गया है।
राजाराम गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता चाईबासा।

