चाईबासा:-**प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ला ने राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर जिला बार एसोसिएशन द्वारा बार परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सभी को संबोधित करते हुए कहा कि देश में विधि का शासन है, जिसके अंतर्गत सभी व्यक्ति एक समान होते हैं। किसी भी कानून का निर्माण समाज में शांति व्यवस्था बनाए रखने और समाज और देश की उन्नति को दृष्टिगत रखते हुए किया जाता है। विधिक सेवा दिवस के अवसर पर हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि विधिक सेवाओ का लाभ समाज के अंतिम पायदान में खड़े व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए।
सभी न्यायिक पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम को जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद ने भी संबोधित किया और कहा कि संविधान ही एक शक्तिशाली राष्ट्र का निर्माण करता है। संविधान में निहित कानूनों का सभी को पालन करना चाहिए।
इस मौके पर श्री योगेश्वर मणि, न्यायिक पदाधिकारी, पारिवारिक न्यायालय ने भी संबोधित किया, उन्होंने कहा कि आज का दिन नालसा दिवस के रूप मे भी जाना जाता है, हमें मौलिक अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति भी सजग होना होगा तभी हम दूसरे के अधिकारों की रक्षा कर सकेंगे। हमें जरूरतमंद लोगों की तन, मन और कानून से मदद करनी चाहिए।
कार्यक्रम में सभी न्यायिक पदाधिकारी, जिला बार के सभी पदाधिकारियों सहित अन्य अधिवक्तागण भी शामिल हुए।
कार्यक्रम का संचालन प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने किया।
व्यवहार न्यायालय परिसर में विधिक सेवाओं से संबंधित प्रदर्शनी लगाई गई
इसके साथ ही राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर में विधिक सेवाओं से संबंधित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विद्यालय के बच्चों और आमजनों ने प्राधिकार द्वारा प्रदान की जारी सेवाओं की जानकारी हासिल की, इस प्रदर्शनी का अवलोकन प्रधान न्यायाधीश सहित सभी न्यायिक पदाधिकारियों तथा बार के पदाधिकारी और अधिवक्तागण ने भी किया।
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