
ANNI AMRITA
चाईबासा.

आज के समय में कई मामले सामने आते हैं जब हम ये देखते हैं कि सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर बैठी जनता तक ठीक से पहुंचा ही नहीं.इसका ताजा उदाहरण सामने तब आया जब एक अति गंभीर टीबी मरीज का इलाज चाईबासा सदर अस्पताल के डॉक्टर ने करने से मना कर दिया यह कह कर कि आधार कार्ड जरूरी है.
टीबी मरीज का नाम शशि देवगम है और वो चाईबासा प्रखंड के गुटुसाइ गाँव का रहने वाला बताया जा रहा है. उचित तरीके से दवाईयां न मिलने के कारण उरका शरीर सूख गया था और हड्डियां बाहर निकल आई थीं. यदि समय रहते मरीज का इलाज नहीं होता तो उसकी जान भी जा सकती थी. मरीज की अति गंभीर हालत देखकर समाजसेवी सह चाईबासा नगर परिषद की ब्रांड एम्बेसडर नेहा निषाद ने ट्वीटर पर तंज कसते हुए लिखा कि करोड़ रुपए की योजना का लाभ अनपढ़ जनता को क्यों नही मिलता? ट्वीट आते ही वायरल हो गई और कई लोगों ने जिला प्रशासन को टैग कर इलाज करवाने का निवेदन किया. जिला उपायुक्त ने ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग को फौरन इलाज के निर्देश दिए. रविवार की शाम को मरीज को एंबुलेंस में बैठाकर सदर अस्पताल चाईबासा लाया गया जहां उसका इलाज जारी है.
बता दें कि नेहा निषाद चाईबासा की एक ऐसी युवा सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो सदैव सेवा के लिए तत्पर रहती हैं.वे गरीब बच्चों को कपड़े और अन्य साधन मुहैया कराने के साथ साथ उन्हें पढाती भी हैं.वे ट्वीटर पर भी काफी सक्रिय रहती हैं.वे कहती हैं कि कई बार ऐसा होता है कि कुछ मामलों में लोगों को काफी दौड लगाने के बाद मदद नहीं मिलती लेकिन एक ट्वीट से यह मदद हो जाती है.आज ट्वीटर सेवा का एक सशक्त माध्यम बन गया है.