चाईबासा -हार्डकोर नक्सली दंपति ने किया आत्मसमर्पण, शादी करने पर संगठन के शीर्ष नेताओं ने जबरन करा दी थी नसबंदी
चाईबासा।
पश्चिम सिंहभूम जिला पुलिस और सीआरपीएफ 174 बटालियन के लिए रविवार को बेहद सफलता वाला दिन रहा. जब सारंडा में सक्रिय सब जोनल कमांडर अनमोल दा दस्ते के हार्डकोर नक्सली दंपति ने एक साथ मुख्यधारा में लौटने के लिए आत्मसमर्पण कर दिया. नक्सली रणवीर पात्रो उर्फ रामबीर पात्रो और उसकी पत्नी शांति कंडुलना उर्फ अलबिना कंडुलना ने चाईबासा एसपी चंदन झा और 174 सीआरपीएफ कमांडेंट डॉ. प्रेमचंद के समक्ष स्वेच्छा से आत्मसमर्पण कर दिया.
दोनों पर प. सिंहभूम जिला में तीन-तीन मामला दर्ज है, जबकि दोनों ने उडीसा और झारखंड पुलिस के साथ 9 मुठभेड़ में शामिल रहे. रणबीर 2014 में हुए चाईबासा जेल ब्रेक कांड के मास्टर माइंड में से एक है.
रणबीर मूलत: उडीसा के सुंदरगंज का रहने वाला है, जबकि उसकी पत्नी शांति सारंडा के छोटानागरा की रहने वाली है. दोनों ने संगठन में रहते हुए शादी किया था. एसपी ने दोनों की शादी को एक दिलचस्प घटना बताते कहा कि जब दोनों ने शादी का फैसला लिया तो संगठन के शीर्ष नेताओं ने जबरन रणवीर की नसबंदी करा दी.
सीआरपीएफ कमांडेंट डॉ प्रेमचंद ने बताया कि सारंडा में तैनात जिला पुलिस और सीआरपीएफ के लिए बेहद अहम दिन है, जब नक्सली दंपति ने आत्मसमर्पण किया है. लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ी सफलता है.
रणबीर संगठन में रामबीर, गणेश्वर, विक्रम गागाराई के नाम से जाना जाता था. मुख्यधारा में लौटने पर नक्सली दंपति का पुलिस और सीआरपीएफ दोनों ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया. दोनों को राज्य सरकार के आत्मसमर्पण नीति के तहत तत्काल एक-एक लाख नगद राशि एसपी ने दिएं.
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