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साहित्य

ओते की कहानी ओते की कहानी’

रविकांत मिश्रा खरखाई नदी के किनारे बसा मेरा गांव कुलुपटांगा, जहां एक मिट्टी खपरैल के घर में मेरा जन्म हुआथा। होश सम्भालते ही मैंने अपने आपको रंग बिरंगे मुखौटो के बीच खेलते देखा था।उन मुखौटो से मैं बातें करती थी। उसे अपने सिर पर उठा कर घर…

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