
गुरुग्राम/रांची : भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। निसान मोटर इंडिया ने स्पष्ट कर दिया है कि कंपनी भारत नहीं छोड़ेगी। कंपनी के प्रेसिडेंट फ्रैंक टोरेस ने कहा, “हम यहीं रहेंगे, कहीं नहीं जाएंगे। भारत निसान की ग्रोथ का मजबूत स्तंभ है और हम यहां के बाजार को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
दरअसल, वित्त वर्ष 2024-25 में निसान ने घरेलू और निर्यात मिलाकर 99,000 से ज्यादा गाड़ियों की बिक्री की है। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2017-18 के बाद से अब तक की सबसे अधिक वार्षिक बिक्री है।
इस शानदार प्रदर्शन का मुख्य कारण नई निसान मैग्नाइट बी-एसयूवी रही, जिसे अक्टूबर 2024 में लॉन्च किया गया था। भारत में इसकी 28,000 से ज्यादा यूनिट्स बिकीं और 71,000 से अधिक गाड़ियों का निर्यात 65 से ज्यादा देशों में किया गया।
‘वन कार, वन वर्ल्ड’ योजना के तहत मैग्नाइट अब लेफ्ट हैंड और राइट हैंड ड्राइव दोनों वेरिएंट्स में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भेजी जा रही है।
कंपनी के एमडी सौरभ वत्स ने कहा, “बाजार में चुनौतियों के बावजूद मैग्नाइट ग्राहकों की पहली पसंद बनी हुई है। हम अपने डीलर नेटवर्क को और मजबूत कर रहे हैं, ताकि सेवा की गुणवत्ता और बेहतर हो सके।”
निसान ने यह भी घोषणा की है कि वह आने वाले समय में दो नए मॉडल लाएगी – एक 7-सीटर बी-एमपीवी (वित्त वर्ष 2025 में) और एक 5-सीटर सी-एसयूवी (वित्त वर्ष 2026 में)।
इसके अलावा अप्रैल 2025 से मैग्नाइट की कीमतों में 3% तक की बढ़ोतरी भी की गई है, जो बढ़ती इनपुट लागत की वजह से जरूरी हो गई थी।