
BIHAR
बिहार में हवाई संपर्क बढ़ाने और अवसंरचना ढांचे को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, इसके प्राचीन शहर और राजधानी पटना को अपने हवाई अड्डे पर एक अत्याधुनिक टर्मिनल मिला है, जिसे 1,200 रुपए करोड़ की लागत से विकसित किया गया है। यह हवाई अड्डा 65,150 वर्ग मीटर में विस्तारित है और इसे व्यस्त समय के दौरान 3 हजार यात्रियों और वार्षिक रुप से एक करोड़ यात्रियों को संभालने के लिए तैयार किया गया है।


प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कल पटना के जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया और बिहटा में बनने वाले सिविल एन्क्लेव की आधारशिला रखी। 64 चेक-इन काउंटर, नौ स्वचालित ट्रे रिट्रीवल सिस्टम (एटीआरएस), पांच एयरोब्रिज और 1,100 कारों के लिए मल्टीलेवल कार पार्किंग (एमएलसीपी) सुविधा से सुसज्जित यह टर्मिनल यात्रियों को बेहतरीन सुविधा प्रदान करेगा।
पटना हवाई अड्डे पर नवीन टर्मिनल भवन बिहार की प्रगति के लिए बेहद सुखद खबर है: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पटना हवाई अड्डे पर नया टर्मिनल भवन बिहार की प्रगति के लिए बेहद सुखद खबर है। श्री मोदी ने पटना हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल की कुछ झलकियां भी साझा कीं।प्रधानमंत्री ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा:
“पटना हवाई अड्डे को आधुनिक टर्मिनल भवन मिला! यह बिहार की प्रगति के लिए बहुत अच्छी खबर है।”
यहां नए टर्मिनल की कुछ झलकियां प्रस्तुत हैं।”
Patna airport gets a modern terminal building! This is great news for Bihar's progress.
Here are some glimpses from the new terminal. pic.twitter.com/bRSqgT8ajk
— Narendra Modi (@narendramodi) May 29, 2025
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री के साथ बिहार के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान, बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, नागर विमानन मंत्री श्री राम मोहन नायडू, नागर विमानन राज्य मंत्री श्री मुरलीधर मोहोल और बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी और श्री विजय कुमार सिन्हा भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार के रोहतास जिले के काराकाट में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में कभी केवल एक ही हवाई अड्डा था – पटना – लेकिन आज, दरभंगा हवाई अड्डा कार्यरत है, जहां से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री ने पटना हवाई अड्डे के टर्मिनल के आधुनिकीकरण के लिए बिहार के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को स्वीकार किया और कहा कि यह मांग अब पूरी हो गई है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कल शाम उन्हें पटना हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला, जो अब एक करोड़ यात्रियों को संभालने में सक्षम है।
टर्मिनल में बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के तत्व शामिल हैं, जिसमें नालंदा महाविहार से प्रेरित मिथिला कला और वास्तुकला शामिल है। स्थिरता पर जोर देते हुए, इस सुविधा में 4-स्टार ग्रिहा रेटिंग को लक्षित करते हुए थर्मल सुविधा सुनिश्चित करने के लिए एलईडी लाइटिंग, इंसुलेटेड छत और ऊर्जा-कुशल ग्लेज़िंग जैसी हरित सुविधाएँ शामिल हैं।
जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, पटना के नये टर्मिनल भवन के उद्घाटन तथा बिहटा हवाई अड्डा के नये सिविल एनक्लेव के शिलान्यास कार्यक्रम में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ माननीय राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान जी एवं माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी… pic.twitter.com/bZ0q8Dan0r
— IPRD Bihar (@IPRDBihar) May 29, 2025
नागर विमानन मंत्री श्री राम मोहन नायडू ने ‘एक्स’ पर दिए एक संदेश में कहा, “बिहार के लिए यह गर्व का पल है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की विमानन यात्रा में एक मील का पत्थर है। यह नया टर्मिनल सिर्फ़ बुनियादी ढांचा नहीं है, यह अवसर, पर्यटन और स्थानीय गौरव का प्रवेश द्वार है। बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने से लेकर संपर्कता और रोज़गार को प्रोत्साहन देने तक यह सच्ची प्रगति है। हम सपनों को मंजिल से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
बिहटा सिविल एन्क्लेव – बिहार में विमानन का भविष्य
पटना से लगभग 35 किलोमीटर दूर बिहटा एयरफोर्स स्टेशन पर एक नए सिविल एन्क्लेव की भी आधारशिला रखी गई। 1,413 करोड़ रुपए की परियोजना लागत से, बिहटा टर्मिनल 68,000 वर्गमीटर में विस्तारित होगा और सालाना 50 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करेगा। इसमें 64 चेक-इन काउंटर, 16 सेल्फ-चेक-इन कियोस्क, 10 एटीआरएस और पांच एयरोब्रिज होंगे।
बिहटा टर्मिनल मौर्य और गुप्त युग के साथ-साथ नालंदा और विक्रमशिला से भी वास्तुकला की प्रेरणा लेता है। 5-स्टार ग्रिहा रेटिंग के लिए डिज़ाइन किए गए इस टर्मिनल में पुनर्चक्रित जल उपयोग के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट सहित दीर्घकालीन अवसंरचना ढाँचा सम्मिलित है।
बिहटा का विकास इस क्षेत्र को व्यापार, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के केंद्र में परिवर्तित करेगा, जो क्षेत्रीय विकास और रोजगार सृजन के लिए एक शक्तिशाली केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
ये दोनों अहम परियोजनाएं देश के विमानन क्षेत्र में परिवर्तन लाने, क्षेत्रीय संपर्क को प्रोत्साहन देने और विकसित भारत के दृष्टिकोण के साथ समन्वय करने की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती हैं।