पटना।
बिहार की सबसे बड़ी प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी टीचर्स ऑफ बिहार के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तरह ही कू ऐप भी शिक्षकों में बेहद लोकप्रिय हो रहा है। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस स्वदेशी ऐप में विगत तीन माह में दस हज़ार से भी अधिक बिहार के सरकारी विद्यालयों के शिक्षक जुड़कर अपने विद्यालयों में हो रहे नवाचारी गतिविधियो को साझा कर रहे हैं। यह जानकारी देते हुए टीचर्स ऑफ बिहार के प्रदेश प्रवक्ता सह अररिया जिले के फारबिसगंज प्रखंड के शिक्षक रंजेश कुमार ने कहा कि कू ऐप का इंटरफ़ेस भी ट्विटर के समान ही है, जिससे उपयोगकर्ता अपने पोस्ट को हैशटैग के साथ वर्गीकृत कर सकते हैं और अन्य उपयोगकर्ताओं को उल्लेख या उत्तरों में टैग कर सकते हैं।
वहीं प्रदेश मीडिया संयोजक सह पूर्वी चंपारण जिले के पताही प्रखण्ड के शिक्षक मृत्युंजय ठाकुर ने बताया कि कू पीले और सफेद इंटरफेस का उपयोग करता है।
4 मई 2021 को, कू ने “टॉक टू टाइप” नामक एक नया फीचर पेश किया, जो अपने उपयोगकर्ताओं को ऐप के वॉयस असिस्टेंट के साथ एक पोस्ट बनाने की अनुमति देता है
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