पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राजद (RJD) को मिली करारी हार के बाद अब लालू प्रसाद यादव के परिवार में भी हलचल तेज हो गई है। पार्टी की छाया की तरह प्रचार करने वाली और अक्सर राजनीतिक मुद्दों पर मुखर रहने वाली उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अचानक राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का बड़ा ऐलान कर दिया है।
रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा—
“मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं। संजय यादव और रमीज़ ने मुझसे यही करने को कहा था। मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं।”
I’m quitting politics and I’m disowning my family …
This is what Sanjay Yadav and Rameez had asked me to do …nd I’m taking all the blame’s— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) November 15, 2025
उनकी इस पोस्ट ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। राजनीतिक गलियारों में इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं—खासकर उस समय जब चुनावी हार के बाद राजद अंदरूनी दबाव और आत्ममंथन के दौर से गुजर रहा है।
गौरतलब है कि रोहिणी आचार्य सिर्फ राजनीतिक रूप से ही नहीं, बल्कि निजी तौर पर भी अपने पिता लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी मानी जाती हैं। उन्होंने साल 2022 में अपने पिता को किडनी दान कर अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी थीं। रोहिणी लंबे समय से सिंगापुर में रहती हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में रोहिणी को राजद ने सारण (छपरा) से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह चुनाव जीत नहीं पाईं। इसके बावजूद वह लगातार सोशल मीडिया पर जेडीयू–भाजपा गठबंधन और केंद्र सरकार के खिलाफ मुखर रहती थीं।
हालिया बयान के बाद यह साफ नहीं है कि उनके इस कदम के पीछे निजी कारण हैं, राजनीतिक दबाव है या पारिवारिक तनाव।
लेकिन इतना जरूर है कि राजद की करारी चुनावी हार के बीच लालू परिवार के भीतर से आया यह बड़ा फैसला पार्टी के लिए चिंता बढ़ाने वाला है।
आने वाले दिनों में रोहिणी आचार्य इस मुद्दे पर और कुछ कहेंगी या स्थिति स्पष्ट करेंगी—इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

