*अजय धारी सिंह*
*मधुबनी:* बिहार में 31मार्च 2022 को बिहार बोर्ड ने मैट्रिक के रिजल्ट जारी कर दिया गया. दोपहर 3 बजे जारी रिजल्ट में कुल 79.88% विद्यार्थी पास हुए हैं. इसमें मधुबनी के विवेक कुमार ठाकुर 500 अंक में से 486 अंक लाकर पुरुष वर्ग में बाजी मारी है. इसके साथ ही विवेक ने प्रदेश के साथ-साथ जिले भर का नाम रौशन किया है. हालाँकि ओवरऑल रैकिंग में उन्हें दूसरा स्थान मिला है. जबकि रामायणी रॉय ने कुल 500 में से 487 अंक (97.40%) हासिल कर ओवरऑल टॉप स्थान हासिल किया है. वहीं, नवादा की सानिया कुमारी ने भी 500 में से 486 अंक लाया है और वह संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रही है.
*ओवरऑल 2 और पुरुष वर्ग में प्रदेश में 1 स्थान, बनना चाहता है IAS.*
बिहार बोर्ड ने गुरुवार को मैट्रिक (10वीं) परीक्षा 2022 का परिणाम जारी कर दिया. इस परीक्षा में करीब 16.11 लाख विद्यार्थी हुए थे. वृहस्पतिवार को जारी परिणाम में विवेक कुमार ठाकुर ने 486 अंक लाकर जिले का नाम रौशन किया है. विवेक मधुबनी जिले के लदनियां प्रखण्ड के सिद्प परसाही से है. उसके पिता एक गरीब किसान हैं. विवेक ने अपने टीचर को इसकी श्रेय दिया है. विवेक ने टीचर के गाइड के अलावे सेल्फ स्टडी करकेविद्यार्थियों को पढ़ने की सलाह दी है.
*लदनियां के मजदूर का बेटा बना बिहार का सेकंड टॉप.*
प्रखंड के न्यू अपग्रेड हाई स्कूल सिधप परसाही में पढ़नेवाले विवेक कुमार ठाकुर ने बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है. विवेक कुमार ठाकुर ने 486 अंक लाकर बिहार में ओवरऑल दूसरा तथा मधुबनी जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है. उसने अपनी सफलता का श्रेय सतत स्वाध्याय, गुरुजन के आशीर्वाद, परिजनों के सहयोग, माँ, कोचिंग सेन्टर के शिक्षक प्रमोद कुमार सिंह, अशोक कुमार पूर्वे व ब्रह्मदेव सिंह को दिया है. उनकी इच्छा आगे की पढ़ाई जारी रखते हुए आईएएस बनने की है. वह अपने मातापिता की चौथी संतान है. बड़ा भाई मजदूर पिता का सहयोगी बन बाहर ही रहता है. दो बहन भी इससे बड़ी है, जो माँ के साथ छोटी गृहस्थी संभालती है. उसकी इस सफलता से न सिर्फ उनके मातापिता, परिजन व समाज बल्कि उनके गुरुजन व स्कूल परिवार गौरवान्वित है. परीक्षा फल प्रकाशित होते ही उसके वनटोल स्थित घर पर बधाई देने के लिए लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई. लोग उसके परिश्रम और परिवार के त्याग की सराहना करते दिखे.
*अपग्रेड हाई स्कूल सिधप कम संसाधन में लगातार दे रहा अच्छा परिणाम.*
विदित हो कि 2014 में इस मध्यविद्यालय को हाई स्कूल में उत्कमित किया गया था. तब से छात्र इसमें नामांकित होकर अच्छे अंकों में पास करते रहे हैं. लेकिन अभी तक सरकार ने शिक्षकों की बहाली नहीं की है. शिक्षक विहीन इस स्कूल के छात्र अगल-बगल के कोचिंग व स्वाध्याय की बदौलत अपनी पढ़ाई कर गाँव, प्रखंड व जिले का नाम रोशन करते रहे हैं. वर्ष 2019 में इस स्कूल के छात्र रामकुमार सिंह को बोर्ड में 9वां व रामकुमार पासवान को जिले में दूसरा स्थान मिला था. वर्ष 2021 में निरंजन कुमार सिंह को बिहार में 5वां स्थान मिला था. लोगों ने इस बच्चे के साथ उक्त कोचिंग सेन्टर के शिक्षकों को भी बधाई दी है. स्कूल की एचएम सुदामा देवी ने कहा कि विभाग से शिक्षकों की माँग की जाती रही है. लोगों ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.

