
आदित्यपुर: इंटरनेशनल एमएसएमई डे (International MSME Day) की पूर्व संध्या पर शनिवार को आदित्यपुर स्थित एसिया भवन में एचडीएफसी बैंक के सौजन्य से एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की आर्थिक उपलब्धियों को पहचान देना और उनके सामाजिक योगदान को एक सार्वजनिक मंच पर उजागर करना था।


कार्यक्रम के दौरान आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की कई प्रतिष्ठित एमएसएमई इकाइयों को सम्मानित किया गया। ये इकाइयाँ अपने नवाचार, रोजगार सृजन और निर्यात में योगदान के लिए जानी जाती हैं। इन्हें स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।
एमएसएमई: भारत की आर्थिक नींव
समारोह को संबोधित करते हुए एसिया (Adityapur Small Industries Association) के अध्यक्ष श्री इंदर अग्रवाल ने कहा कि एमएसएमई देश की औद्योगिक संरचना की रीढ़ हैं। ये इकाइयाँ न केवल लाखों लोगों को रोजगार दे रही हैं, बल्कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में आर्थिक विकास को भी दिशा दे रही हैं।
उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि आज के समय में मध्यम और बड़े उद्योगों की प्रतिस्पर्धा के चलते सूक्ष्म और लघु उद्यमों को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लागत में बढ़ोतरी, कर्ज की कठिन पहुंच और तकनीकी संसाधनों की कमी इन्हें आगे बढ़ने से रोक रही है।
Adityapur Small Industries Association :एसिया का एजीएम संपन्न, 19 जुलाई को होंगे संगठनात्मक चुनाव
नीतिगत समर्थन की आवश्यकता
श्री अग्रवाल ने सरकार से अपील की कि एमएसएमई को दीर्घकालिक नीति और वित्तीय सहायता में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इससे औद्योगिक विकास को संतुलन और न्याय की दिशा में आगे बढ़ाया जा सकेगा।
एचडीएफसी बैंक का भरोसा
इस अवसर पर एचडीएफसी बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि बैंक एमएसएमई क्षेत्र को विभिन्न वित्तीय सेवाओं, ऋण योजनाओं और परामर्श सुविधाओं के माध्यम से सहयोग प्रदान कर रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी बैंक इस क्षेत्र के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा।
कार्यक्रम में कई उद्यमियों, बैंक प्रतिनिधियों और उद्योग से जुड़े लोगों ने भाग लिया। यह आयोजन एमएसएमई की सामाजिक व आर्थिक भूमिका को सम्मान देने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल साबित हुआ।