JHARKHAND BREAKING NEWS : पूर्व विधायक बंधु तिर्की के आवास पर CBI की छापेमारी

राष्ट्रीय खेल घोटाले में बंधु तिर्की के आवास समेत देश के 16 ठिकानों पर सीबीआइ का छापा

242

रांची।

झारखंड के बहुचर्चित 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले में तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की के रांची के मोरहाबादी व बनहौरा स्थित आवास में सीबीआइ ने गुरुवार को छापेमारी की। आय से अधिक संपत्ति के मामले में सजा होने के बाद विधानसभा की सदस्यता गंवा चुके बंधु तिर्की फिलहाल दिल्ली में हैं। उनकी सदस्यता खत्म होने के बाद मांडर विधानसभा सीट पर 23 जून को उपचुनाव की घोषणा भी हो चुकी है।

पूरे देश में डेढ़ दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापा

जानकारी मिली है कि सीबीआई की छापेमारी सिर्फ बंधु तिर्की के यहां ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय खेल घोटाले में सभी आरोपितों के पूरे देश में डेढ़ दर्जन लगभग 16 से अधिक ठिकानों पर छापा चल रहा है। पटना रेंज के सीबीआई डीआईजी ने बताया कि दिल्ली हेड क्वार्टर से जानकारी मिल पाएगी। हम लोगों ने उन्हें सूचना दे दी है। सीबीआई पटना की टीम द्वारा रांची में छापेमारी की जा रही है।

आयोजन के दौरान घोटाले का है मामला

झारखंड के नेशनल गेम्स घोटाले को लेकर सीबीआई की ओर से रांची स्थित एंटी करप्शन ब्यूरो में 22 अप्रैल को दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई थी। 34वां नेशनल गेम्स झारखंड में साल 2011 में 22 फरवरी से 26 फरवरी तक हुआ था। राष्ट्रीय खेल के आयोजन में घोटाले का मामला है। 28 करोड़ 34 लाख रुपए गड़बड़ी का मामला है। ऊंची कीमत पर बिना टेंडर खेल सामान खरीद सहित कई मामले शामिल हैं। मेगा स्पोर्ट्स कॉन्प्लेक्स के निर्माण में अनियमितता का मामला है। 206 करोड़ की जगह इसका बजट 424 करोड़ रुपए हो गया था।

नेशनल गेम्स घोटाले में फंसे पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का बेजा इस्तेमाल किया था। धनबाद में दो स्क्वैश कोर्ट के निर्माण में अनियमितता बरती गई थी। स्क्वैश कोर्ट बनाने के लिए मुंबई की एक कंपनी जाइरेक्स इंटरप्राइजेज को ठेका दी गई थी। इस बाबत एक करोड़ 44 लाख 32 हजार रुपए का एस्टीमेट दिया गया था। मंत्री रहते हुए बंधु तिर्की ने 20 अक्टूबर 2008 को इसकी अनुमति दी थी। कंपनी को एडवांस में 50 लाख रुपए दिए गए थे।

 

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More