जामताड़ा।
वर्तमान बजट में घोषणाओं से लोगों में एक आस जगी है। चाहे वो 400 वन्दे मातरम ट्रेनों के संचालन का हो या लोगों को नौकरियों का। आम आदमी इन घोषणाओं से आशान्वित हो गया है। वही कर छूट में कोई रियायत नही देना बेहद निराशाजनक है। मध्यम वर्ग के लिए आय कर में छूट की अपेक्षा हम सभी कर रहे थे, परंतु इस तरफ़ ध्यान न देना मध्यम वर्ग की उपेक्षा को दर्शाता है। मोदी सरकार के वित्तीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए उक्त बाते विष्णु भैया मेमोरीयल फ़ाउंडेशन की संरक्षक चमेली देवी ने कही।
उन्होंने कहा कि गत दो वर्षों की टैक्स फ़ाइलिंग को सुधारने का मौक़ा देकर लोगों को सहूलियत दिया है। कोरोना काल में कई ऐसे लोग थे जो आयकर ढंग से जमा नही कर पाए थे। परंतु इन सभी के उपरांत आम जनों को इस बजट से बहुत सारी उम्मीदें थी। जिसे वर्तमान बजट में कोई स्थान नही दिया गया। अगर आयकर में रियायत मिलती, टैक्स सीमा में छूट मिलती, चीजों के दामों में घटोती होती, मेल ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी होती तो आम जन खुश होते। चमेली देवी ने कहा कि ख़ैर अब देखना है कि जो घोषणाएँ और राहत पैकेज की घोषणा हुई है वो धरातल पर अच्छे से उतर जाए।
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