सीआईआई इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवार्ड्स 2021 की मैन्युफैक्चरिंग कैटेगरी में एक टॉप इनोवेटिव कंपनी (लार्ज) बनी टाटा स्टील
स्टील वैल्यू चेन में इसके उत्पाद, प्रक्रिया और व्यावसायिक नवाचार अभ्यासों के लिए शीर्ष की 25 सर्वाधिक नवोन्वेषी भारतीय कंपनियों में किया गया शुमार
मुंबई, 11 जनवरी, 2022 : भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने टाटा स्टील को इसके उत्पाद, प्रक्रिया और व्यावसायिक नवाचार के लिए शीर्ष 25 के सर्वाधिक नवोन्वेषी (इनोवेटिव) भारतीय कंपनियों में शुमार कर पुरस्कृत किया है। प्रस्तुतिकरण की प्रक्रिया के तहत संस्थान में नवोन्वेषी संस्कृति (इनोवेटिव कल्चर) प्रदर्शित करने के लिए नवाचार के कई मामले प्रस्तुत किये गये, जिनमें दो बेहतरीन नवाचार मामले – ‘अपनी तरह का पहला ‘5 टन प्रति दिन कार्बन डायऑक्साइड कैप्चर प्लांट’ और ‘सिंटर मेकिंग में दुनिया का पहला डिजिटल ट्विन’ – शामिल थे।
यह पुरस्कार उन सभी प्रकार की नयी प्रक्रियाओं, उत्पादों, सेवाओं, प्रौद्योगिकियों, नवाचारों और दृष्टिकोणों का मूल्यांकन करता है, जिन्होंने उद्योग के भीतर या पूरे क्षेत्र में ठोस परिणाम दिये हैं या आमूलचूल परिवर्तन किये हैं। टाटा स्टील को डीएसटी-सीआईआई टेक्नोलॉजी समिट 2021 के 27वें संस्करण के दौरान आयोजित एक वर्चुअल अवार्ड समारोह में ’सीआईआई इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। सीआईआई के पूर्व अध्यक्ष व सीआईआई इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवार्ड्स 2021 के अध्यक्ष क्रिस गोपालकृष्णन ने सचिव, डीएसटी-भारत सरकार डॉ एस चंद्रशेखर के साथ टाटा स्टील को पुरस्कार सौंपा।
इस सम्मान पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (टेक्नोलॉजी एंड न्यू मैटेरियल्स बिजनेस) डॉ देबाशीष भट्टाचार्जी ने कहा, “यह एक सम्मान की बात है कि सीआईआई ने मैन्युफैक्चरिंग एवं इनोवेशन में उत्कृष्टता के लिए हमें सम्मानित किया है।
और लार्ज मैन्युफैक्चरिंग कैटेगरी में एक संयुक्त विजेता घोषित किया है। इनोवेशन सामाजिक-आर्थिक विकास का इंजन है और किसी भी उद्योग में व्यवसाय की निरंतरता, उत्पादकता और भविष्य की तैयारी के लिए एक महत्वपूर्ण लीवर है। हम अपने संस्थान के प्रमुख स्तंभ के रूप में मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटलाइजेशन और सस्टेनेबिलिटी पर फोकस जारी रखेंगे। यह पुरस्कार मूल्य निर्माण और कॉर्पोरेट नागरिकता के लिए एक वैश्विक स्टील उद्योग में बेंचमार्क बनने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।“
टाटा स्टील ने सितंबर 2021 में अपने जमशेदपुर वर्क्स में 5 टन प्रति दिन (टीपीडी) कार्बन कैप्चर प्लांट शुरू किया था और इस प्रकार यह ऐसी कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी अपनाने वाली देश की पहली स्टील कंपनी बनी, जो सर्कुलर कार्बन इकोनॉमी को प्रोत्सहित करने के लिए ब्लास्ट फर्नेस गैस से सीधे कार्बन डायऑक्साइड निकाल कर कैप्चर किये गये कार्बन डायऑक्साइड का पुनः उपयोग करती है। अपने अगले कदम के रूप में कंपनी का उद्देश्य उपयोग के नये रास्ते के साथ एकीकृत कार्बन डायऑक्साइड कैप्चर इंस्टॉलेशन की उत्क्रमित सुविधाएं स्थापित करना है। सिंटर बनाने की प्रक्रिया में स्टैक उत्सर्जन को कम करने के लिए सिंटरिंग प्रक्रिया की प्रतिकृति “डिजिटल ट्विन“ को दुनिया के पहले समाधान के रूप में परिकल्पित किया गया था। इसमें प्रक्रिया में अधिकतम स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी) प्राप्त करने और केपीआई के प्रदर्शन को अधिकतम करने में मदद के लिए नियंत्रण लीवर में सर्वोत्तम संभव परिवर्तन निर्धारित करने के लिए निर्मित एक संज्ञानात्मक सॉफ्ट सेंसर की आवश्यकता होती है। इस स्वदेशी नवाचार ने रिटर्न फाइन और स्टैक उत्सर्जन को 60 प्रतिशत तक कम करने में मदद की, जिसके परिणामस्वरूप काफी बचत हुई।
टाटा स्टील लगातार नवाचार (इनोवेशन) में निवेश कर रही है। कंपनी का उद्देश्य स्वदेशी रूप से नयी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का विकास और उपयोग करना तथा आत्मनिर्भरता के दीर्घकालिक दृष्टिकोण की दिशा में काम करना है। यह प्रयास न केवल उत्पाद और सेवाओं की लागत को कम करेगा, बल्कि संबंधित उद्योग के पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर प्रौद्योगिकी को भी सुलभ करेगा। टाटा स्टील ने डिजिटल रूपांतरण के लिए खुद को सशक्त किया है और सेवाओं की पेशकश को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है।
सीआईआई इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवार्ड्स की स्थापना 2014 में औद्योगिक खंडों और क्षेत्रों में इनोवेटिव भारतीय उद्यमों को चिन्हित करने एवं उनका जश्न मनाने के लिए की गयी थी। ये पुरस्कार कंपनियों को उनके इनोवेटिव उत्पादों और सेवाओं के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करते हैं। इन पुरस्कारों ने खुद को देश में सबसे प्रतिष्ठित नवाचार
पुरस्कारों में से एक के रूप में स्थापित किया है। पुरस्कार सभी प्रकार की नयी प्रक्रियाओं, उत्पादों, सेवाओं, प्रौद्योगिकियों और अन्य प्रकार के नवाचारों का मूल्यांकन करते हैं जो उद्योग में विकास को बढ़ावा दे सकते हैं।
सीआईआई इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवार्ड्स 2021 के लिए ग्रैंड जूरी में एस गोपालकृष्णन, पूर्व अध्यक्ष, सीआईआई; प्रो वाईएस राजन, पूर्व अध्यक्ष एनआईटीएम व पूर्व इसरो प्रोफेसर, प्रो वी रामगोपाल राव, निदेशक, आईआईटी दिल्ली, प्रोफेसर पंकज चंद्र, कुलपति, अहमदाबाद विश्वविद्यालय, प्रो देवांग खाखर, प्रोफेसर, आईआईटी बॉम्बे, डॉ हिमांशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर, प्रो. गगनदीप कांग, एफआरएस प्रोफेसर, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर, प्रो. सौमित्र दत्ता, संस्थापक डीन, कॉर्नेल विश्वविद्यालय, प्रो. यू बी देसाई, संस्थापक निदेशक, आईआईटी हैदराबाद, प्रो. ऋषिकेश टी कृष्णन, निदेशक, आईआईएम बैंगलोर, जया पनवलकर, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स एसवीएनआईटी, सूरत शामिल थे।
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