बिल भरने के बाद भी विभाग के काम के लिए खर्च करने पड़ते हैं पैसे, जल्द सुधार नहीं होने पर सामाजिक सेवा संघ ने दी आंदोलन की चेतावनी
जमशेदपुर – बिजली विभाग की कार्यप्रणाली के खिलाफ सामाजिक सेवा संघ का एक प्रतिनिनिधमंडल मंगलवार को विभाग के महाप्रबंधक से बिष्टुपुर स्थित कार्यालय में मुलाकात की. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र खासकर गदड़ा, गोविन्दपुर, सरजामदा, सोपोडेरा आदि क्षेत्रों में अनियमित बिजली आपूर्ति होने, छोटे-छोटो फॉल्ट को ठीक कराने के लिए पैसा मांगे जाने, उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण के लिए हेल्प लाईन या सिंगल विंडो सिस्टम नहीं होने की महाप्रबंधक से शिकायत की गई. संघ के संयोजक राजेश सामंत ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों से बिजली विभाग का कार्यालय काफी दूर है. जिसके कारण चाहकर भी उपभोक्ता अपनी समस्याएं विभाग तक नहीं पहुंचा पाते हैं. इसलिए सामाजिक सेवा संघ ने महाप्रबंधक से मांग की कि विभाग के सभी सब डिविजनों, सभी पंचायतों में एक उपभोक्ता हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाय. जहां उपभोक्ता अपनी शिकायत, परेशानी व समस्याएं दर्ज करा सके. साथ ही शिकायत के तुरंत बाद उपभोक्ताओं को शिकायत संख्या दिया जाए. जिससे उक्त शिकायत पर की गई कार्रवाई की जानकारी लोग प्राप्त कर सके. राजेश सामंत ने बताया कि अक्सर देखा जाता है कि विभाग से उपभोक्ताओं के हितों पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है. विभाग मैन पावर की कमी का हवाला देता. जबकि उपभोक्ता अपनी बिजली बिल का भुगतान समय पर करते हैं. जो उपभोक्ता समय पर बिल नहीं दे पाते हैं. उनका कनेक्शन तक काट दिया जाता है. उन्होंने कहा कि अगर विभाग सुविधा नहीं दे सकता तो, बिजली बिल एवं यूनिट चार्ज में 50 फीसदी की कमी करे. जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल सके. महाप्रबंधक ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि जल्द विभाग मांगो पर कार्रवाई करेगा. प्रतिनिधिमंडलम में भूपति सरदार, रजनी दास, सोनू श्रीवास्तव, छोटे सरदार, राज पूर्ति, रूपा कौर, राजकुमार महतो, अखिलेश महतो, कृष्ण हेंब्रम, बिक्रम साह, शांतनु झा आदि शामिल थे.
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