जमशेदपुर। म्हारी झोपड़ी ने मंदरियों बनानो पड़सी…, जगेगी ज्योत घर-घर में…, आवो झूला झूलवा मइया का लाड लाडवा…, मइया जी की नौकरी करेगा किस्मत वाला…, प्रेम भाव से झूला झुलवा घेवर फेणी भोग लगावां…, मइया आयो थारो द्वार मेरा छोटो सा उपहार…, जैसे भजनों पर शुक्रवार को बिष्टुपुर स्थित सिहभूम चैंबर भवन में भक्त झूम रहे थे। मौका था शाकंभरी माता का सिंधारा और झूलनोत्सव का। इस धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन श्री शाकंभरी माता परिवार समिति टाटानगर की ओर से किया गया था। इस मौके पर स्थानीय कलाकार मनोज शर्मा मोनु और उनकी टीम के कलाकारों ने माता के चरणों में भजनों की प्रस्तुति देकर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। माता के भक्त पांच घंटे तक झूमते, नाचते हूए माता का जयकारा लगाते रहे। झूले पर शाकंभरी माता का आकर्षक दरबार सजाया गया था। इससे पहले माता की ज्योत प्रज्जवलित की गई। यजमान सविता- सुरेश सोंथलिया, संदीप-नीतू हरनाथका, मनीषा-नितेश कावंटिया एवं श्यामा-शैलेश कावंटिया ने संयुक्त रूप से विधिवत पूजा की और पुजारी बसंत जोशी ने पूजा करायी। कार्यक्रम का समापन आरती और प्रसाद वितरण के साथ किया गया। कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर सरकारी नियमों का पालन करते हुए इस कार्यक्रम में समिति की महिलाएं ही शामिल हुई थी।
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