JAMSHEDPUR-एक गरीब माँ की ट्वीटर पर पुकार रंग लाई, उपायुक्त ने बेटे का नाम राशन कार्ड में जुड़वाया
◆ चर्चे में है ट्वीट, सिर्फ वरिष्ठ पत्रकार अन्नी अमृता को किया था ट्वीट जिसे डीसी सूरज कुमार को किया गया था forward, डीसी ने तुरंत लिया संज्ञान
बेटे के हार्ट का operation कराना है , राशन कार्ड में नाम जुड़वाने और आयुष्मान कार्ड के लिए बुजुर्ग महिला ने की थी मार्मिक अपील
JAMSHEDPUR
ट्वीटर नित प्रति दिन लोगों की मदद का एक भरोसेमंद और मजबूत प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है।इसमें कुछ प्रशासनिक अफसर, पत्रकार, नेता और सामाजिक कार्यकर्ता बहुत महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहे हैं जहां ट्वीटर पर उनके प्रयास से राशन कार्ड बनवाने से लेकर तमाम तरह के पेंशनों से संबंधित मामलों के निपटारे से लेकर खराब पड़े चापाकल, जल मीनार, लाईटें सब ठीक करवाने की कार्रवाईयां हो रही हैं।
27जुलाई को गोविंदपुर की वृद्धा चंद्रावती देवी ने वरिष्ठ पत्रकार अन्नी अमृता को ट्वीट करते हुए अपने बेटे वीतू कुमार का नाम राशन कार्ड में जुड़वाने का निवेदन किया।ये ट्वीट इतना मार्मिक था और ट्वीट पर फोटो एक वृद्धा की थी कि सबका दिल पसीज गया।वृद्धा ने लिखा था कि उनकी सुनने वाला कोई नहीं, एक एक दाने को तरस रहे हैं, बेटे के हार्ट का operation करवाना है जिसके लिए राशन में नाम जुड़वाने और आयुष्मान कार्ड बनवाने में मदद चाहिए।अन्नी अमृता ने तुरंत उपायुक्त सूरज कुमार को टैग करते हुए रीट्वीट किया।उपायुक्त ने मामले की गंभीरता को देखकर तुरंत संज्ञान लिया और वृद्ध मां की पुकार सुनते हुए उनके बेटे का राशन कार्ड में नाम जुड़वा दिया जिससे आयुष्मान कार्ड बनने का रास्ता साफ हुआ।उपायुक्त ने इस बाबद चंद्रावती देवी और अन्नी अमृता को जवाब देते हुए अपडेट सूचना उपलब्ध कराते हुए जवाबी ट्वीट किया।त्वरित कार्रवाई से खुश मां चंद्रावती देवी ने उपायुक्त सूरज कुमार और वरिष्ठ पत्रकार का धन्यवाद देते हुए जो लिखा वह चर्चा का विषय बना हुआ है–बहुत बहुत धन्यवाद @anniamrita , @DCEastSinghbhum आपने एक मां की पुकार को सुना, इसके लिए जिंदगी भर हम सभी परिवार आपके कर्जदार और आभारी रहेंगे
यहां पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त की दाद देनी होगी कि वे लगातार ट्वीटर के माध्यम से लोगों की शिकायतों का न सिर्फ त्वरित निपटारा कर रहे बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ भी लोगों तक पहुंचा रहे हैं।उनकी भरपूर कोशिश रहती है कि तमाम व्यस्तताओं के बावजूद वे सबसे जरूरी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा करें।
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